(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एमपी में उपचुनाव के ऐलान से पहले ही कांग्रेस ने मारी बाजी? इस मामले में रही BJP से आगे
MP Politics: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद से ये सीट खाली हो गई. हालांकि, अभी तक विजयपुर और बीना विधायक का इस्तीफा नहीं हुआ है.
MP Politics: मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी से पहले प्रचार के मुद्दे पर आगे बढ़ने का दावा कर रही है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बुधनी, विजयपुर और बीना विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना काम शुरू कर दिया है. हालांकि, अभी निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है.
उल्लेखनीय है कि सांसद और केंद्रीय मंत्री बनने के बाद बुधनी विधानसभा सीट से शिवराज सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद बुधनी विधानसभा सीट खाली हो गई है. इसके अलावा, लोकसभा चुनाव के पहले विजयपुर के विधायक रामनिवास रावत में जनता के बीच बीजेपी के सदस्यता ग्रहण की थी. इसी प्रकार बीना की विधायक निर्मला सप्रे ने भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव के पहले जनता के बीच बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी.
अभी तक विजयपुर और बीना विधायक का इस्तीफा नहीं हुआ है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश नायक के मुताबिक बुधनी के साथ-साथ विजयपुर और बीना विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता प्रचार प्रसार कर रहे हैं. अभी निर्वाचन आयोग की ओर से कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है, मगर फिर भी कांग्रेस तीनों सीट पर जीत के लिए अभी से तैयारी में जुट गई है.
दोनों विधायकों की स्पीकर से होगी शिकायत
प्रवक्ता मुकेश नायक के मुताबिक रामनिवास रावत और निर्मला सप्रे ने जनता के बीच जिस प्रकार से बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है, उसे विधानसभा स्पीकर तक पहुंचाया जाएगा. विधानसभा शुरू होने के बाद कांग्रेस के विधायक स्पीकर से प्रमाण सहित शिकायत करेंगे. दोनों की विधायक की सदस्यता समाप्त करने की मांग भी करेंगे. उन्होंने कहा कि दल बदल कानून के तहत दोनों विधायकों की विधायकी शून्य हो जाएगी.
कांग्रेस के नेता गलतफहमी में- बीजेपी
प्रदेश बीजेपी के सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना के मुताबिक कांग्रेस विधानसभा सीटों पर पहले से तैयारी करने का गलत दावा कर रही है. भारतीय जनता पार्टी 5 साल तक ही चुनाव की तैयारी में लगी रहती है. मध्य प्रदेश में जहां भी उपचुनाव होंगे, वहां बीजेपी की जीत होगी. बीजेपी का चुनाव उम्मीदवारी नहीं बल्कि छोटे से छोटा कार्यकर्ता तक जमीनी स्तर पर लड़ता है.
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