CM Mohan Yadav News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने साल 1975 में लगाए गए आपातकाल को याद किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि आपातकाल के दौरान मां भारती के साहसी पुत्रों ने संघर्ष किया था. आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय है. कांग्रेस ने जवाब देते हो कहा है कि 50 साल से भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. अब और कितने वर्षों तक इस मुद्दे को गर्माया जाएगा?
मध्य प्रदेश की राजनीति में हमेशा से भारतीय जनता पार्टी ने आपातकाल को याद करते हुए इसे सियासत का सबसे खराब पहलू भी करार दिया है. एक बार फिर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से आपातकाल को याद किया है. उन्होंने कहा है कि आज ही के दिन साल 1975 में देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया गया था.
'इंदिरा गांधी ने देश पर थोपा था आपातकाल'- cm
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा है, "लोकतंत्र का काला अध्याय है आपातकाल..जो प्रतीक है असफलता की कुंठा से उपजे अहंकार और दमन के कुचक्र का. 1975 में आज ही के दिन इंदिरा गांधी जी की सरकार ने देश पर आपातकाल थोप दिया था, तब मां भारती की साहसी संतानों ने ही कड़ा प्रतिरोध किया और यातनाएं सहकर भी लोकतंत्र को पुनर्स्थापित किया".
50 साल से आपातकाल पर राजनीति- कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी 50 सालों से आपातकाल के मुद्दे पर राजनीति कर रही है. उस समय जो देश की स्थिति थी, तब तत्कालीन सरकार जनहित में फैसला लिया होगा. वर्तमान परिस्थितियों बदल चुकी हैं, मगर वोटों की राजनीति के चलते बार-बार भारतीय जनता पार्टी पुराने मुद्दों को याद दिलाती है. वर्तमान में उन मुद्दों का कोई उचित नहीं है. भाजपा को वर्तमान परिदृश्य में भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर राजनीति करना चाहिए.
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