Coromandel Rail Accident: दिग्विजय सिंह के रेल मंत्री से तीखे सवाल, 'तीन महीने पहले किया गया था अलर्ट...कार्रवाई क्यों नहीं की?'
Coromandel Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के बाद अब सवाल यह उठने लगा है कि अगर इंटरलॉकिंग सिस्टम को लेकर पहले ही अलर्ट किया गया था तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
Odisha Train Accident: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने बालासोर (Balasore) में हुई ट्रेन दुर्घटना पर रेलवे के एक अधिकारी की चिट्ठी का हवाला देते हुए रेल मंत्रालय को घेरा है. दरअसल, इस चिट्ठी में रेलवे जोन के प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर ने इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम (Electronic Locking System) में खामियों का जिक्र किया था. यह चिट्ठी इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दिग्विजय सिंह ने रेल मंत्रालय (Railway Ministery) से पूछा है कि इस चिट्ठी के बावजूद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर पूछा, 'यह भारतीय रेल मंत्रालय की एक अत्यधिक गंभीर भूल है. रेल मंत्रालय ने हादसे का कारण सिग्नल इंटरलॉकिंग बताया है. रेल मंत्री ने हादसे की जो वजह बताई, बड़े अधिकारी ने ती न महीने पहले ही लेटर लिखा था. यदि इस विषय में एक वरिष्ठ अधिकारी ने पत्र लिखकर मंत्रालय का ध्यान आकर्षित किया था तो उसको रेल हादसे से बचाने के लिए रेल मंत्रालय ने कार्रवाई क्यों नहीं की?
ट्रैक रेनोवेशन पर कम किया बजट- दिग्विजय सिंह
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा, 'ट्रैक रेनोवेशन पर बजट कम किया गया और पीएम मोदी जी अहमदाबाद से मुंबई के लिए बुलेट ट्रेन पर हजारों करोड़ों खर्च कर रहे हैं. उस बुलेट ट्रेन का किराया इतना होगा कि उसमें बड़े लोग बैठेंगे. क्या उसमें कोई गरीब,मजदूर, किसान या छोटा व्यापारी बैठेगा?' बालासोर में दो यात्री रेलगाड़ियों और एक मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने की घटना में 288 लोगों की मौत हो गई जबकि 600 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
रेल मंत्री भी इंटरलॉकिंग सिस्टम में गड़बड़ी को बता चुके हैं वजह
दुर्घटना के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम खराब होने के कारण यह हादसा हुआ. वहीं, 9 फरवरी को रेलवे के एक अधिकारी ने इंटरलॉकिंग सिस्टम में गड़बड़ी को लेकर चिट्ठी लिखी थी. तीन महीने बीत जाने के बाद भी कार्रवाई न होने और इतने बड़े रेल हादसे के कारण रेल मंत्रालय पर विपक्ष हमलावर है.
ये भी पढ़ें-