मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर (Indore) में जिला प्रशासन ने 1 लाख 15 हजार 99 बच्चों को कोरोना का टीका (Corona Vaccince) लगवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. टीकाकरण का अभियान (Vaccination Drive) 23 मार्च को चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों को कोविड का टीका लगाया जाएगा.बच्चों को सलाह दी गई है कि वो टीका लगवाने नाश्ता (Breakfast) करके आएं. इस अभियान के लिए जिले में कुल 187 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं.
इतने बच्चों को टीका लगाने का है लक्ष्य
जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बीएस सैत्या के अनुसार शासन के निर्देशानुसार 12 से 14 वर्ष के बच्चों का कोविड टीकाकरण 23 मार्च 2022 से कराया जाएगा.इसके लिए इंदौर जिले को एक लाख 15 हजार 99 बच्चों के टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है.बुधवार से प्रारंभ होने वाले इस कोविड टीकाकरण अभियान में इन बच्चों को 'कार्बोवैक्स' बायोलॉजिकल इवेंस हैदराबाद द्वारा निर्मित वैक्सीन लगाई जाएगी.इस वैक्सीन के भी दो-डोज होंगे. पहले और दूसरे डोज में 28 दिन का अंतर रखना होगा. इस टीकाकरण में पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज में आधार कार्ड या स्कूल परिचय पत्र का होना अनिवार्य रहेगा.
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इंदौर जिले में कितने टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं
बता दें कि कोविड टीकाकरण के लिए शहरी क्षेत्र में करीब 102 स्कूलों की पहचान टीकाकरण केंद्र के रूप में की गई है. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में कुल 85 स्कूल में टीकाकरण किया जाएगा.इस तरह जिले में कुल 187 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं.इस टीकाकरण के लिए पंजीयन प्रक्रिया कोविन पोर्टल पर ऑनलाइन होगी. जिसके लिए पूर्व में पंजीकृत मोबाइल नंबर और मोबाइल नंबर का उपयोग कर पंजीयन किया जा सकता है.इसके साथ ही साथ ऑनसाइट पंजीयन की सुविधा टीकाकरण स्थल पर ही उपलब्ध होगी.वही पालकों से निवेदन किया गया है कि वे अपने बच्चों का कोविड टीकाकरण से पहले बच्चों को नाश्ता अवश्य करवाएं.