MP Corona Guidelines: मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते के बीच राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने आश्वस्त किया है कि अभी और पाबंदी नहीं लगाई जाएगी. उन्होंने कहा है कि मामले बढ़ तो रहे हैं लेकिन सरकार ने पूरी व्यवस्था कर रखी है. उन्होंने कहा कि कोरोना बढ़ने पर नई शर्तें और कड़े नियम लाना आसान है लेकिन इससे अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है. उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से अर्थव्यवस्था पटरी पर आई है इसलिए जब तक संभव होगा तब तक नई पाबंदियों को टाला जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार की नजर कोरोना के मामलों पर है.
सीएम ने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से वहां मामले कम हो रहे हैं, उसी तरह से हमारे शोध के मुताबिक जनवरी के अंत तक मध्य प्रदेश में भी कोरोना के मामलों का पीक आ जाएगा और फिर मामले घटने लगेंगे, ऐसे में कुछ दिनों तक सतर्कता जरूर बरती जाए. चौहान ने कहा कि अभी लगभग 3 हजार केस प्रतिदिन आ रहे हैं. विशेषज्ञों को आशंका है कि बहुत बुरी स्थिति में यह हर रोज 10-20 हजार तक भी पहुंच सकता है लेकिन इसमें राहत की बात यह है कि अस्पताल जाने वालों की संख्या कम है. लोग होम आइसोलेशन में भी ठीक हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोविड के जो मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं, उनमें भी गंभीर मामले बहुत कम है. सीएम ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग होम आइसोलेशन में भी ठीक हो रहे हैं, ऐसे में अभी अस्पतालों में बोझ नहीं बढ़ रहा है.
सीएम ने कहा कि भविष्य में जितने मामलों की आशंका जाहिर की जा रही है, उसके लिए तैयारी कर ली गई है. अस्पतालों पर बोझ कम करने के लिये जिलों में आइसोलेशन कोविड सेंटर बना दिये गये हैं. कोविड के चलते बच्चों की शिक्षा प्रभावित होने के मुद्दे पर चौहान ने कहा कि स्कूलों में आधी उपस्थिति से काम हो रहा है. पिछले दो साल बच्चों के अच्छे नहीं गये इसलिये स्कूलों को बंद करने के बारे में बार-बार सोचा जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि एमपी में कोविड के हालत उतने चिंताजनक नहीं है जितने दूसरे राज्यों में है. उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण का काम अच्छे स्तर पर हुआ है इसलिये भी यह फर्क दिख रहा है. 96 प्रतिशत को पहली खुराक और 92 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक लग चुकी है. वहीं 15-18 आयुवर्ग के किशोरों के टीकाकरण का काम तेजी से हो रहा है जिसे 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा.
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