Vaccination in MP: मध्यप्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु समूह के करीब 48 लाख किशोरों को कोरोना का टीका लगेगा. प्रदेश में इस आयु वर्ग के किशोरों के लिए कोविन-एप/कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा. इनका तीन जनवरी से टीकाकरण किया जाएगा. किशोरों को कोवैक्सीन लगाई जाएगी. अपॉइंटमेंट ऑनलाइन या ऑनसाइट (वॉक-इन) भी बुक किया जा सकता है. ऐसे लाभार्थियों को सत्यापनकर्ता/वैक्सीनेटर द्वारा ऑनसाइट भी पंजीकृत किया जा सकता है. विद्यालय जाने वाले विद्यार्थियों को विद्यालयों में टीका लगेगा.


शिक्षा विभाग इस अभियान में सहयोग करेगा. प्रत्येक विद्यार्थी को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्रदेश के 17 हजार 892 विद्यालयों में 36.8 लाख विद्यार्थियों का नामांकन है. जो बच्चे स्कूल नहीं जाते, उन्हें भी स्कूलों के टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके अलावा आँगनवाड़ी केन्द्रों और ग्राम स्तरीय चिन्हित केन्द्रों पर भी वैक्सीन लगाई जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्य के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.


मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश

• विद्यालयों को वैक्सीनेशन केंद्र बनाया जाए। विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ ही ड्रॉपआउट बच्चों को भी दिया जाए वैक्सीनेशन का लाभ.

• प्रदेश में लगभग 48 लाख विद्यार्थियों को वैक्सीन लगाने का अनुमान है। विद्यालयों में वैक्सीनेशन लगाने की व्यवस्था क्रमशः भिन्न-भिन्न स्थान पर भी की जाएगी। सभी पात्र बच्चों को वैक्सीन लगाई जाए.

• फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर रोगों से प्रभावित लोगों को तीसरा डोज़ (प्री-कॉशन) लगाया जाना है। इस कार्य को पूरी प्राथमिकता दें.

• वैक्सीनेशन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ और मैपिंग कार्य पूर्ण हो.

• प्रदेश में 60 हजार टेस्ट औसतन रोजाना हो रहे, यह व्यवस्था कायम रहे.

• नागरिक स्वास्थ्य समस्या होने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर परामर्श प्राप्त करें और टेस्ट भी करवाएँ.

• प्रतिदिन कोविड नियंत्रण की बारीकी से समीक्षा की जाए.


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