मध्य प्रदेश में गौ हत्या और तस्करी को लेकर प्रशासन सख्त, 7 दिन में 70 ममाले दर्ज, 527 जानवर मुक्त
MP News: एमपी पुलिस ने 13 से 20 जून तक प्रदेश में विशेष अभियान चलाकर गौवंश के अवैध परिवहन पर कठोर कार्रवाई की. इस अभियान में पूरे प्रदेश में 70 मामले दर्ज किए गए और 124 आरोपियों पर कार्रवाई हुई.
Madhya Pradesh News: बीते कुछ दिनों से मध्य प्रदेश के कई शहरों में गौवंश के मामले सामने आ रहे हैं. इसे लेकर सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने एक्शन लिया और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. सीएम के एक्शन के बाद प्रशासन भी हरकत में आया और महज सात दिन में 70 मामले दर्ज किए गए, जबकि 124 आरोपियों पर कार्रवाई करने के साथ ही 527 पशुओं को मुक्त कराया गया है.
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा 11 जून को प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान गौवंश के अवैध परिवहन पर विशेष कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था. इन निर्देशों के पालन करते हुए पुलिस ने 13 से 20 जून तक पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाकर गौवंश के अवैध परिवहन पर कठोर कार्रवाई की.
पुलिस ने 527 पशु कराए मुक्त
इस अभियान के दौरान पूरे प्रदेश में 70 मामले गौवंश के अवैध परिवहन के दर्ज किए गए. इसमें 124 आरोपियों पर कार्रवाई कर 38 वाहन जब्त किए गए और 527 पशु मुक्त कराए गए. इधर पुलिस ने सिवनी जिले में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गौवंश का वध करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सिवनी जिले में गौवंश का वध करने की साजिश महाराष्ट्र के नागपुर में रची गई थी. गौवंश का वध करने के लिए आरोपियों को पैसे का लालच दिया गया था. इसमें स्थानीय लोगों की भी संलिप्तता पाई गई है.
घटना के बाद अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन किया. पुलिस मुख्यालय भोपाल से भी मामले की लगातार निगरानी की जा रही थी, ताकि साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए इस तरह के अमानवीय जघन्य अपराध को करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द हो सके. मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा पदभार ग्रहण करने के बाद दिसंबर 2023 में पुलिस मुख्यालय में आयोजित बैठक के दौरान पुलिस को प्रदेश में गौवंश के अवैध परिवहन पर कठोरता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.
6 महीने में 1,121 आपराधी गिरफ्तार
इन्हीं निर्देशों के बाद पुलिस ने पिछले छह महीने में अवैध गौवंश से संबंधित कुल 575 मामले दर्ज किए हैं. इन प्रकरणों में 1,121 अपराधियों को गिरफ्तार कर 7,524 गौवंश की मुक्ति कराई जा चुकी है. इस कार्रवाई में अब तक अवैध रूप से परिवहन कर रहे 342 वाहन भी जब्त किए जा चुके हैं. गौवंश का अवैध परिवहन और गौवध करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. पुलिस के सहयोग से प्रशासन द्वारा आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया जा रहा है.
रतलाम जिले के जावरा में मंदिर में गौवंश के अवशेष फेंकने वाले चार आरोपियों के घर ढहाए जा चुके हैं. इसी तरह सिवनी जिले में गौवध करने वाले तीन आरोपियों के चार घरों पर भी बुलडोजर चलाया जा चुका है. मुरैना के नूराबाद में गौवंश की हत्या करने के मामले में आरोपियों के दो मकान जमीदोज किए गए थे.
बार्डर पर विशेष नजर
पुलिस मुख्यालय ने विगत 10 सालों के गौवंश के अवैध परिवहन के ट्रेंड और रूट्स का गहन विश्लेषण कर कार्ययोजना तैयार की, जिसके आधार पर पुलिस को यह स्पष्ट हुआ कि मप्र के दक्षिण और पश्चिम के सीमावर्ती जिले जैसे बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, नीमच आदि जिले गौवंश के अवैध परिवहन से सर्वाधिक प्रभावित हैं.
इन सभी क्षेत्रों में पुलिस तत्परता से ध्यान पूर्वक लगातार कार्रवाई कर रही है. यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि कई बार गौवंश का अवैध परिवहन करने वाले अपराधी मुख्य मार्गों से हटकर जंगल और गांव के कच्चे रास्ते से गौवंश निकालने का प्रयास करते हैं.