MP News: मध्य प्रदेश की माटी के वीर सपूत के लेह-लद्दाख में शहीद होने के बाद आर्मी जवान की पार्थिव देह शुक्रवार को पैतृक गांव पहुंची. जैसे ही जवान का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा तो उसके अंतिम दर्शनों के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. ग्रामीणों ने भीगी पलकों से जवान को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी. बता दें कि छतरपुर जिले के रहने वाले आर्मी के जवान की लेह लद्दाख में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी.


पैतृक गांव में हुआ जवान का अंतिम संस्कार
आर्मी जवान शालिकराम यादव छतरपुर जिले के लवकुश नगर के सूरजपुर बछौन के रहने वाले थे. वे लेह लद्दाख में जाट रेजीमेंट में पदस्थ थे. 23 अप्रैल के दिन सेना का ट्रक खाई में गिर गया था. जिसमें शालिकराम यादव भी ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे. जवान के शव को शुक्रवार को उनके जन्म स्थल सूरजपुर बछौन पहुंचाया गया. जहां शुक्रवार को शालिकराम यादव की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया गया. साथ ही उनको गॉड ऑफ ऑनर भी दिया गया.



पीछे छोड़ गए 6 माह का मासूम बेटा 
बता दें कि  23 अप्रैल को शालिकराम यादव जाट रेजीमेंट के अन्य जवानों के साथ ट्रक में सवार थे. तभी ड्यूटी के दौरान सेना का ट्रक खाई में गिर गया और वो शहीद हो गए. घटना के सूचना तुरन्त आला अधिकारियों को दी गई. जिसके बाद अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. शालिकराम यादव को नजदीकी के मिलिट्री अस्पताल भी ले जाया गया था जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मिली जानकारी के अनुसार, शालिकराम यादव की शादी 2 साल पहले ही सुप्रिया यादव से हुई थी जिनका एक 6 महीने का बच्चा भी है. बच्चे का नाम अनुभव यादव है. 


बीते माह ही छुट्टी काटकर गया था जवान
बता दें कि शालिकराम के पिता का लंबी बीमारी के चलते पहले ही देहांत हो गया था. अब उनके घर में तीन भाई थे जिसमें शालिकराम यादव मंझले बेटे थे. उनमें से बड़े भाई का नाम संतू यादव है.तो दूसरे भाई का नाम बट्टू यादव है. शहीद जवान के भाई बट्टू यादव ने बताया कि शालिक राम बीते माह ही छुट्टी में घर आया था जो लगभग एक माह की छुट्टी बीता कर गया था. शालिक राम की तैनाती साल 2017 में हुई थी. जिसकी अब पोस्टिंग होनी थी. लेकिन परिजनों का सपना टूट गया. 


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