Tourist Spot of Indore: बारिश के दिनों में पिकनिक स्पॉट पर पैदा हुए खतरे को देखते हुए इंदौर जिले में कलेक्टर ने धारा 144 लगा दी है. आने वाले समय में तेज बारिश और नदी नालों के उफान को देखते हुए कलेक्टर ने आवश्यक निर्देश भी जारी किए हैं. जहां वीकेंड पर पुलिस पेट्रोलिंग के साथ साथ अनाउंसमेंट की भी व्यवस्था प्रशासन ने की है. कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि वो ऐसी जगह पर खतरनाक स्थानों पर सेल्फी लेने से बचें और सुरक्षा का धयान रखें.
क्या कहना है कलेक्टर का
कलेक्टर ने कहा कि पिकनिक स्पॉट पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए वीकेंड पर अनाउंसमेंट करवाया जाएगा. इसके साथ ही पुलिस पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था की गई है. कलेक्टर इलैया राजा ने लोगों से अपील की कि ऐसी जगह पर सेल्फी लेते समय सुरक्षा को ध्यान में रखकर खतरनाक स्थान पर ना जाएं. वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने इन सभी पिकनिक स्पॉट पर सूचना के लगाने के निर्देश भी दे दिए हैं. लगातार पुलिस पेट्रोलिंग के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. बारिश के मौसम में पिकनिक स्पॉट्स पर कई हादसे होते हैं. इसे लेकर प्रशासन ने चिंता जताई है.
मॉनसून की आमद होते ही पर्यटन स्थलों पर भीड़ बढ़ने लगती है. नदी, नालों और तालाबों के उफान पर आने पर डूबने का खतरा बढ़ जाता है. इसे देखते हुए प्रशासन अभी से सतर्कता बरत रहा है. सभी पर्यटन स्थलों पर चेतावनी के बोर्ड लगाए जा रहे हैं. कुछ स्थलों पर गार्ड भी तैनात किए जा रहे हैं. इंदौर के आसपास कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जहां बारिश के मौसम में हादसों की संभावना बनी रहती है. नदी में पानी बढ़ने या वॉटरबॉडी के आसपास फिसलन होने से दुर्घटनाएं हो जाती हैं. इन्हें रोकने के लिए जिला प्रशासन, वन विभाग, पर्यटन विभाग सतर्क है.
पर्यटन स्थलों पर लगाए गए चेतावनी बोर्ड
इंदौर जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर चेतावनी के बोर्ड लगाए जा रहे हैं. फिसलन वाली जगहों पर पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि मानसून से पहले ही सभी विभागों के साथ बैठक कर ली गई है. नगरीय क्षेत्र में जलभराव ना हो,इसके लिए नगर निगम अपने स्तर पर लगातार काम कर रहा है.
सेल्फी ले चुकी है जिंदगी
तकनीक के इस दौर में जहां हर हाथ में मोबाइल है. लोग मोबाइल के जरिए अपनी जिंदगी के यादगार लम्हों को संजो कर रखना चाहते हैं. ऐसे में जब ये लोग हरियाली के बीच वादियों में पहुंचते हैं तो खुद को फोटो लेने से नहीं रोक पाते है. लोग रिस्क लेकर ऐसी जगह से फोटो लेते हैं, जहां से फोटो अच्छी आए. ऐसे में युवा पीढ़ी खासतौर से इस बात का ख्याल बिल्कुल नहीं रखती कि जहां वे जा रहे हैं या जहां पर वो फोटो ले रहे हैं वो जगह सुरक्षित है या नहीं. फोटो लेने के दौरान पूरा ध्यान फोटो पर केंद्रित होता है,कैमरे पर केंद्रित होता है, ऐसे में कई युवा अपनी जिंदगी से खिलवाड़ कर बैठते हैं. यह कई लोगों की मौत का कारण बना है. इंदौर में हाल ही में एक शख्स की सेल्फी के चक्कर में पैर फिसलने से मौत हो गई थी.
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