Damoh School Hijab Controversy: दमोह (Damoh) के गंगा जमुना स्कूल (Ganga Jamuna School) की मान्यता निरस्त होने के बावजूद विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. अब जिले के शिक्षा अधिकारी पर स्याही फेंककर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. दरअसल, बीजेपी नेताओं ने खुलेआम जिला शिक्षा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि जिला शिक्षा अधिकारी ने कुछ और ही कहानी बताई. 


दमोह के गंगा जमुना स्कूल में धर्मांतरण कराने के आरोपों के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने स्कूल की मान्यता निरस्त करने के निर्देश जारी किए थे. यह स्कूल पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है. विद्यालय की गतिविधियों को लेकर राज्य बाल आयोग भी जांच कर रहा है. इसी बीच एक और नया मामला सामने आ गया है.


जिला शिक्षा अधिकारी पर फेंकी गई स्याही
दमोह के बीजेपी जिला उपाध्यक्ष अमित बजाज के नेतृत्व में हिंदूवादी संगठन के कुछ नेताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाकर जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा पर स्याही फेंक दी. यही नहीं उनके चेहरे पर भी स्याही भी पोत दी गई. जिला उपाध्यक्ष अमित बजाज के मुताबिक, जब पहली बार गंगा जमुना स्कूल का विवाद सामने आया था, उस समय जिला शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय को क्लीन चिट दे दी थी. उनके ऊपर आर्थिक अनियमितता के भी आरोप लगे हैं, जिसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी का मुंह काला किया गया. 


पैसा लैप्स हो जाने की वजह से चल रहा था विवाद
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा ने बताया कि उनका किसी से कोई विवाद नहीं है, जिन लोगों ने उनके ऊपर स्याही फेंकी है, इनमें से दो लोगों को वो सूरत से जानते हैं. दरअसल, उन लोगों ने कुछ समय पहले टेंडर लिए थे, जिसके बिल पास नहीं होने की वजह से पैसा लेप्स हो गया. इसी के चलते उन पर द्वेषता पूर्ण रवैया अपनाते हुए स्याही फेंकी गई. जिला शिक्षा अधिकारी ने यह भी कहा कि गंगा जमुना स्कूल से संबंधित कोई भी शिकायत या फाइल उनके पास नहीं है. 


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