Damoh Murder Case: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में दो परिवारों के खूनी संघर्ष में जमकर गोलियां चली. गोलीबारी में एक परिवार के दो भाइयों की जान चली गई. घटना के बाद आरोपी परिवार के लोग फरार हो गए. इसके बाद पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया. आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी भी की जा रही है. गोलीकांड की इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैली हुई है. इस घटना से पूरे इलाके में तनाव फैला हुआ है.


दोनों पक्षों में जमकर हुई फायरिंग


यह पूरा मामला दमोह जिले के पथरिया थाने के अंतर्गत आने वाले हिनोता गांव का है. यहां लोधी और शुक्ला परिवार में जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. बताया जाता है कि 28 फरवरी की दोपहर लोधी परिवार के कुछ लोग शुक्ला परिवार के खेत से निकल कर अपने खेत जाना चाह रहे थे. शुक्ला परिवार के लोगों ने उन्हें रोका, तो बड़ा विवाद खड़ा हो गया. लोधी पक्ष के लोग हथियारों से लैस होकर शुक्ला परिवार के घर पहुंचे और जमकर उपद्रव करने लगे.


इतना ही नहीं उन्होंने दनादन फायरिंग भी शुरू कर दी. गोलीबारी होते देख शुक्ला परिवार के लोगों ने भी अपने हथियार निकाल लिए. इसके बाद फिल्मी स्टाइल में दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी. शुक्ला परिवार के दो लोग गोली लगने से वहीं ढेर हो गए.


दो बुजुर्ग की हुई मौत


पीड़ित परिवार के हरिशंकर शुक्ला के मुताबिक उनके परिवार पर हमला होने के बाद उन्होंने भी अपनी लाइसेंसी बंदूकें निकाली और कई फायर किए. इसी बीच उनकी गोलियां खत्म हो गई. जैसे ही विरोधी पक्ष को ये एहसास हुआ की कारतूस खत्म हो गई है, वे उनकी बन्दूक भी छीनकर ले गये. इस गोलीबारी में दो बुजुर्ग सगे भाइयों बद्री शुक्ला (68 वर्ष) और रामसेवक शुक्ला (65 वर्ष) के शरीर मे गोलियां लगी, जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया.


यहां दोनों को डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया. दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह के मुताबिक इस गोलीकांड की सूचना मिलने के बाद गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा गया. गोलीबारी में दो लोगों की मौत हुई है. पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.


ये भी पढ़ें: Vande Bharat Train: अप्रैल में दौड़ेगी MP की पहली हाई स्पीड 'वंदे भारत', जबलपुर-भोपाल-इंदौर का सफर होगा दिलचस्प