MP Politics: सादा समारोह में कांग्रेस की सदस्यता लेंगे दीपक जोशी, न होगा गाड़ियों का काफिला, न कोई शक्ति प्रदर्शन
Deepak Joshi News: दीपक जोशी ने कहा था कि वह कमलनाथ से प्रभावित हैं. उन्होंने सिर्फ 3 मिनट में पिताजी के स्मारक के लिए जमीन दे दी थी. बीजेपी ने 30 महीने में स्मारक को खडंहर बनाकर रख दिया.
Deepak Joshi to Join Congress: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और आठ बार के विधायक और सांसद रहे स्व. कैलाश जोशी (Kailash Joshi) के बेटे पूर्व मंत्री दीपक जोशी (Deepak Joshi) 6 मई को कांग्रेस की सदस्यता ले लेंगे. खास बात यह है कि पूर्व मंत्री दीपक जोशी सादा समारोह में कांग्रेस की सदस्यता लेने जा रहे हैं. वे अपने साथ न ही गाड़ियों का काफिला रखेंगे और न ही वे शक्ति प्रदर्शन दिखाएंगे.
बता दें, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के कहने पर पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता से मुलाकात की. दोनों ही नेताओं ने सदस्यता कार्यक्रम की रूपरेखा पर बात की. इस दौरान दीपक जोशी ने कहा कि सादगी के साथ प्रवेश कराएं. 6 मई को सदस्यता लेने से पहले दीपक जोशी पूर्व सीएम कमलनाथ के निवास पर पहुंचेंगे. इसके बाद प्रदेश कार्यालय जाकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
राजनीतिक संत कैलाश जोशी के बेटे हैं दीपक
बता दें, मध्य प्रदेश की राजनीति के संत कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी के बेटे हैं दीपक जोशी. दीपक जोशी बीजेपी की ओर से विधायक रहे, जबकि एमपी सरकार में शिक्षा मंत्री के पद का भी उन्होंने दायित्व संभाला हैं. हालांकि, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में दीपक जोशी कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी से चुनाव हार गए थे. दीपक जोशी का दर्द है कि भारतीय जनता पार्टी में उनकी लगातार अनदेखी हो रही है, इसलिए वे कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं.
समर्थकों से ली परमिशन
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा था कि मेरे कांग्रेस में जाने को लेकर मेरे क्षेत्र बागली की जनता ही निर्णय लेगी. दीपक जोशी ने अपने समर्थकों से रायमवरा किया, इसके बाद बाद ही वे कांगेस का दामन थामने जा रहे हैं. बता दें साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक जोशी चुनाव हार गए थे. जबकि साल 2020 में कांग्रेस छोड़कर बागली विधायक मनोज चौधरी बीजेपी में आ गए थे. अब टिकट को लेकर बागली में पुराने और नए बीजेपी नेताओं के बीच खींचतान मची है.
छोड़ रहे हैं पिता का घर
मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने बताया कि मैं अपने पिताजी का पारंपरिक मकान छोड़ रहा हूं. अब मैं भोपाल में अपने बहनोई के घर रहूंगा. पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि पिताजी भोपाल से सांसद रहे, लेकिन एक चीज का नामकरण भी उनके नाम पर नहीं किया. देवास में लंबी लड़ाई लड़ी, वहां भी नामकरण नहीं किया, आखिर ऐसा क्यों? विचारधारा की बात नहीं है, जो पालेगा पोसेगा अब मैं उनके साथ ही रहूंगा. कमलनाथ जी से प्रभावित हूं. उन्होंने सिर्फ तीन मिनट में ही पिताजी के स्मारक के लिए जमीन दे दी थी. बीजेपी ने 30 महीने में स्मारक को खडंहर बनाकर रख दिया.
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