Indore Dengue Cases: कोरोना की बुरी मार झेल चुके मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में इन दिनों डेंगू का कहर जारी है. आंकड़ों के मुताबिक नवंबर माह में औसतन प्रतिदिन 20 मरीज डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि इंदौर में डेंगू की तैयारियों पर मौसम की मार पड़ रही है. मंगलवार को भी डेंगू के 15 नए मामले उजागर हुए. मरीजों में 10 महिला और 5 पुरुष शामिल हैं. नए मामलों के उजागर होने से कुल आंकड़ा हजार पार कर गया है. बता दें कि 2 माह पहले ही जनजागरुकता अभियान के तहत जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया उन्मूलन टीम ने मैदान संभाला था. अभियान में शहर की निचली बस्तियों से लेकर वार्ड स्तर पर लोगों को डेंगू मच्छर के पनपने के कारण बताए गए थे. हालांकि, जागरुकता अभियान के बावजूद नतीजे विपरीत आ रहे हैं. इससे पहले निगम की टीम डेंगू सहित अन्य मच्छरों को मारने के लिए समय-समय पर फॉगिंग मशीन से धुंआ छोड़ रही थी लेकिन अब टीम बैकफुट पर आ गई है.
इधर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सैत्या का कहना है कि नवंबर महीने में डेंगू के मामलों में अचानक बढ़ोतरी कल्पना से परे है. उन्होंने माना कि वर्तमान मौसम डेंगू के लार्वा को पनपने का मौका देता है. यही वजह है कि शहरवासी डेंगू की गिरफ्त में आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर दिन आने वाले मरीजों का इलाज ठीक ढंग से हो रहा है. मरीजों के प्लेटलेटस पर विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम विशेष नजर रख रही है.
इसके अलावा डॉ सैत्या ने लोगों से अपील की है कि घर या बाहर साफ पानी भी जमा नहीं होने दें. पानी की कोठियों को हर दो दिन पर धोएं और धूप में सुखाएं ताकि लार्वा न पनपे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और निगम की टीम के प्रयास जारी हैं. लेकिन लोगों को घरों की खिड़की और दरवाजों पर जाली लगवाना चाहिए. इतना ही नही उन्होंने सुझाव दिया कि लोगों को फूल आस्तीन के कपड़े पहनने के साथ ही दवाइयों के छिड़काव पर ध्यान रखें. रात में मच्छरदानी लगाकर सोने से बहुत हद डेंगू की रोकथाम संभव है.
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