Indore News: देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में टूटे नकल के सारे रिकॉर्ड, किसी ने क्लिप में छिपाई पर्ची तो कोई मोजे में रखकर लाया किताब, इतने छात्र पकड़े गए
Devi Ahilya Vishwavidyalaya Indore News: इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में नकल के सारे रिकॉर्ड इस साल टूट गए हैं. इस साल 1200 से भी अधिक छात्र नकल करते पकड़े गए. जानिए क्या है वजह.
Devi Ahilya Vishwavidyalaya Indore Caught Record Number Of Cheaters In Exams 2022: आजकल इंदौर (Indore) की देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (Devi Ahilya University) अपने छात्रों के कारण चर्चा में है. लेकिन ये चर्चा का विषय यहां के स्टूडेंट्स द्वारा किया गया कोई प्रेरक काम नहीं बल्कि नकल के क्षेत्र में बनाया गया रिकॉर्ड है. जी हां, इस बार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के छात्रों ने नकल करने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. यहां के 1200 से अधिक छात्र अलग-अलग परीक्षाओं में नकल करते पकड़े गए. उसमें भी खराब बात ये थी इनमें से ज्यादातर छात्र ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर के थे. यानी कॉलेज में कदम रखते ही पहली परीक्षा ही नकल के दम पर पास करने की योजना.
लड़कियां भी पीछे नहीं
नकल करने के मामले में इस बार लड़कियां भी पीछे नहीं रहीं. किसी ने बालों कि क्लिप में पर्ची छिपाई तो कोई रूमाल के अंदर पर्चियां दबाकर लाया. इसमें बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए और बीएससी की पहले साल की छात्राओं की संख्या सबसे अधिक रही. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुल पकड़े गए 1210 नकल के केसों में 500 से अधिक मामलों में छात्राओं को नकल करते पकड़ा गया.
ये हो सकती है वजह
पिछल दो साल से कोरोना के कारण ऑनलाइन पढ़ाई होने और ओपेन बुक से लेकर ऑनलाइन एग्जाम होने तक के कारण स्टूडेंट्स का पढ़ाई से खासकर एग्जाम्स से कनेक्ट टूट गया है. शायद यही वजह है कि जब दो साल बाद ऑफलाइन परीक्षाएं कराई गईं तो छात्रों ने पढ़ाई के बजाय नकल के आसान रास्ते को चुना.
डालिए डीएवीवी में पकड़े गए नकल के मामलों पर एक नजर
- एक जनवरी से बीस जुलाई तक हुई परीक्षाओं में नकल के अलग-अलग 1210 मामले पकड़े जा चुके हैं.
- यूनिवर्सिटी में सबसे ज्यादा नकल के तीन सौ मामले बीकॉम कोर्स में सामने आए.
- सौ के करीब मामले बीएससी कोर्स में पकड़े गए.
- वहीं 500 से भी ज्यादा केस बीए, बीबीए, बीसीए, एमए, एमकॉम और एमएससी परीक्षा में सामने आए.
- इनमें से अभी तक करीब 700 छात्रों पर कार्रवाई हो चुकी है.
- 200 छात्रों की पूरी सेमेस्टर की परीक्षा कैंसिल कर दी गई है और इतने ही छात्रों की एक विषय की परीक्षा कैंसिल की गई है.
- साल 2019 में जब ऑफलाइन परीक्षाएं हुई थी तो नकल के 300 के करीब मामले सामने आए थे.
- 2020-21 में कोरोना के कारण ट्रेडिशनल वे में एग्जाम नहीं हुए. वहीं 2022 में जब फिर से ऑफलाइन परीक्षाएं हुईं तो 1200 छात्र नकल करते धरे गए.
यह भी पढ़ें:
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI