Chhindwara News: कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर (Devakinandan Thakur) ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव के चलते हो रहा है सनातन धर्म का अपमान. उन्होंने कहा कि वो सब समझते हैं, मूर्ख नहीं है इसके विरोध में उनकी सनातन धर्म यात्रा 2024 तक जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही हिंदुओ का दमन हुआ है,जब मंदिर सरकार के नियंत्रण में है तो चर्च और मस्जिद क्यों नहीं होने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को बेब सीरीज पर पाबंदी लगानी चाहिए क्योंकि इससे रिश्ते तार-तार हो रहे हैं. 


उन्होंने कहा कि जहां भगवान राम का जन्म हुआ, उस देश में रामचरितमानस (Ramcharitmanas) जलाया जा रहा है, जबकि इंडोनेशिया जो पूरी मुस्लिम कंट्री है वहां आज भी किसी बच्चे के जन्म पर रामायण का पाठ किया जाता है.उन्होंने कहा कि जिस देश में राम भगवान को हम अपना आदर्श मानते हैं, अपना प्राण मानते हैं अपनी आत्मा मानते हैं, वहां रामायण को जलाया जा रहा है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि किसी के कान पर आज तक जू तक नहीं रेंगी.


धार्मिक ग्रंथों का अपमान


देवकी नंदन ठाकुर छिंदवाड़ा में बीजेपी के जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू की ओर से दशहरा मैदान में आयोजित शिव महापुराण में शामिल होने आए हैं. उन्होंने पूजा लॉज में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कैसा संविधान है कि लोग हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और कोई कार्रवाई उन पर नहीं हो रही है.कहां है कानून.उन्होंने कहा कि हमारे धार्मिक ग्रंथ महाभारत, रामायण काल्पनिक हो गए ऐसे में हम इस तरह से अपने बच्चों को आदर्श दे पाएंगे. ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जिसमें पूजा का पहला श्लोक ही सर्वे भवंतु सुखिनः हम सब के सुखी होने की भावना करते हैं.सभी धर्मों का आदर करते हैं लेकिन हमारे सनातन धर्म पर योजनाबद्ध तरीके से हमले किए जा रहे हैं. 
 
अरशद मदनी पर साधा निशाना
उन्होंने मुस्लिम धर्म गुरु अरशद मदनी के बयान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उन्होंने सद्भावना सम्मेलन में कहा कि मनु जी अल्लाह की पूजा करते थे,उनका कहना था कि अल्लाह और ओमकार एक ही हैं, जब वह इस बात को स्वीकार रहे हैं तो वह क्यों यह कह नहीं कहते कि हम भी सनातनी हैं.वैज्ञानिक जब भी कोई अनुसंधान अंतरिक्ष में करते हैं तो उन्हें एक ही ध्वनि सुनाई जाती है सिर्फ ओमकार का नाम, ऐसे में समझा जा सकता है कि सनातन धर्म में क्या है. 


देवकीनंदन ठाकुर ने राजनेताओं की ओर से सनातन धर्म को लेकर दिए जा रहे बयानों पर पलटवार करते हुए कहा है कि मैं राजनेताओं से हाथ जोड़कर एक निवेदन करना चाहता हूं कि देश में लाखों मुद्दे हैं आप उनको उठाइए लेकिन सनातन धर्म पर उंगलियां मत उठाइए.सनातन धर्म के अपमान पर मैं चुप नही बैठूंगा.उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की. हमने पवित्र ग्रंथ रामायण जलाने वाली घटना के विरोध में लखनऊ से सनातन धर्म यात्रा निकाली थी.सनातन धर्म को आहत करने वाली घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं.हम मूर्ख नहीं हैं, हम समझते है कि यह सब कुछ 2024 के लिए हो रहा है. इसलिए हमारी सनातन धर्म यात्रा  17 फरवरी को छिंदवाड़ा में होगी.


(छिंदवाड़ा से सचिन पांडेय की रिपोर्ट)


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