भोपाल: मौत से जंग लड़ रहे 6 साल के मासूम देवराज का लिवर ट्रांसप्लांट (Liver Transplant) ऑपरेशन साढ़े 14 घंटे तक चला. ऑपरेशन थियेटर से देवराज को बाहर रात डेढ़ बजे बाहर निकाला गया. अपने लाल के सकुशल देख पिता चुन्नीलाल की आंखें छलक पड़ीं.डॉक्टर ने उसे संभालते हुए कहा ऑपरेशन सफल रहा. अब चिंता करने की कोई बात नहीं है अभी आब्जर्वेशन  में रखा जाएगा. ताकि लीवर पूरी तरह से सेट हो जाए और आगे कभी परेशानी ना आए.


सरकार ने उठाया इलाज का खर्च


अपने बेटे के सफल ऑपरेशन की जानकारी मिलते ही पिता चुन्नीलाल फफक पड़े.जिन्हें डॉक्टर्स और अन्य परिजनों ने संभाला.रूंधे गले से चुन्नीलाल एमएस मेवाडा डॉक्टर से को धन्यवाद दिया .उन्होंने एबीपी न्यूज को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि एबीपी न्यूज के कारण उनकी आवाज प्रदेश सरकार तक पहुंची. एबीपी की पहल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने उनके बेटे के ऑपरेशन का पूरा खर्च उठाया.


Rang Panchami: फूलों के रंग से भगवान महाकाल ने खेली होली, शिव भक्तों पर छाया रंग पंचमी का रंग


चुन्नीलाल ने सीएम का आभार माना. देवराज को लीवर देने वाली उसकी मां सुनीता बाई को भी होश आ गया है.चुन्नीलाल ने बताया अभी आईसीयू कक्ष के बाहर से ही पत्नी को देखा पत्नी ने हाथ से इशारा कर देवराज का हाल पूछा. चुन्नीलाल ने बताया कि डॉक्टर ने  पत्नी सुनीता के लीवर का 40 फीसदी हिस्सा काटकर देवराज के लिवर को हटाकर लगाया है. डॉक्टर ने बताया शरीर में लीवर ही एक ऐसा अंग है जो दोबारा बढ़ता है. अगले 3 माह में सुनीता के शरीर में लीवर 100 फीसदी बन जाएगा. वही देवराज में उसकी उम्र के हिसाब से लीवर का विकास होता रहेगा.


एबीपी न्यूज बना परिवार की आवाज


गरीब परिवार के देवराज के लिवर ट्रांसप्लांट के करीब 25 लाख रुपए का खर्च है. इतने अधिक पैसे की व्यवस्था करने में परिवार सक्षम नहीं था.एबीपी न्यूज सामाजिक दायित्व पर आगे बढ़ते हुए मामले को प्रमुखता से उठाया था.एबीपी न्यूज में खबर प्रकाशन के बाद सीएम ने परिजनों से चर्चा का लीवर ट्रांसप्लांट का खर्च प्रदेश सरकार द्वारा उठाए जाने की बात कही थी.सीएम देवराज से मिलने दो बार अस्पताल पहुंचे थे.


MP News: पति लेते थे महिला अफसर के हिस्से की रिश्वत,लोकायुक्त ने दोनों को धर दबोचा, जानिए क्या है पूरा मामला