शिप्रा शुद्धिकरण के लिए देवास कलेक्टर की बड़ी पहल, अलग-अलग जगह जाकर लोगों को ऐसे किया जागरूक
Dewas News: शिप्रा नदी के शुद्धिकरण को लेकर देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने भी बड़ी पहल की है. उन्होंने शिप्रा नदी के आसपास बसे कैलोद, रूद्रवासा सहित ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक किया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की शिप्रा नदी के शुद्धिकरण को लेकर अब देवास जिले में भी कलेक्टर ऋषभ गुप्ता द्वारा जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस कड़ी में कलेक्टर ने आला अधिकारियों के साथ अलग-अलग गांव का निरीक्षण किया और लोगों को शिप्रा शुद्धिकरण के प्रति जागरूक किया. शिप्रा शुद्धिकरण के लिए एक नया प्लान बनाया गया है, जिसमें पंचायत स्तर पर दल गठित किए गए हैं. इसके अलावा अतिक्रमण हटाने और प्लांटेशन करने का भी नया प्लान तैयार किया गया है.
उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ महापर्व पर जिस शिप्रा नदी में लाखों साधु संतों का स्नान होता है, वह देवास जिले से होकर उज्जैन पहुंचती है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने उज्जैन शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर बड़ा प्लान तैयार किया है. शिप्रा नदी में इंदौर से मिलने वाला केमिकल युक्त जल भी रोका जा रहा है. इसी कड़ी में देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने भी बड़ी पहल की है. उन्होंने शिप्रा नदी के आसपास बसे कैलोद, रूद्रवासा सहित ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को जमीन पर बैठकर जागरूक किया.
नालों के आसपास से हटाया जाएगा अतिक्रमण
इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि नदियों को नहीं बचाया गया तो हमारा भविष्य खतरे में आ जाएगा. इसके लिए पटवारी से लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारियों को पाबंद किया गया है. इतना ही नहीं पंच, सरपंच, सचिव, इंजीनियर तक सभी को मिलाकर अलग-अलग दल गठित किए गए हैं, जो शिप्रा नदी के आसपास प्लांटेशन करेंगे.
कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि शिप्रा नदी को शुद्ध करने के लिए नालों का नदी में मिलना रोका जाना अति आवश्यक है. इसी कड़ी में नालों के आसपास 50 मीटर के इलाके में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए. नालों के आसपास ऐसे वृक्षों को भी लगाया जाएगा जो जल का संग्रहण कर ले. यह पहला मौका है, जब देवास जिले में 109 ग्रामीण इलाकों में दल गठित किए गए है.