PM Awas Yojana Scam News: प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि गरीबों की जगह नेताओं और अधिकारियों की जेब में चली गई. मामला मध्यप्रदेश (MP) के देवास जिले का है. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने सांठगांठ कर राशी में हेराफरी कर ली. लोकायुक्त पुलिस ने पीएम आवास योजना घोटाले में तीन एफआईआर दर्ज की है. हर एफआईआर में कई आरोपी बनाए गए हैं. लोकायुक्त डीएसपी सुनील ताला ने बताया कि देवास कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में अनियमितता की शिकायत की थी. हितग्राहियों की तरफ से गड़बड़ी का मामला उठाने के बाद कलेक्टर ने जांच करवाई.
पीएम आवास योजना में घोटाला
जांच के बाद हितग्राहियों की शिकायत सही पाई गई. लोकायुक्त पुलिस 3 एफआईआर दर्ज कर एक दर्जन से ज्यादा आरोपी बनाए हैं. सुनील ताला ने बताया कि आरोपियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि फर्जी तरीके से अन्य मदों में खर्च दिखाकर हेराफेरी की. खर्च का हिसाब किताब नहीं मिलने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1986 के साथ-साथ धारा 420, 409, 201 और 120 बी में मामला दर्ज किया गया है.
नगर परिषद कांटा फोड़, नगर परिषद सतवास और नगर परिषद लोहारदा के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. तीनों एफआईआर में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि आरोपियों ने लाखों रुपए की हेराफेरी की है. लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी.
इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज
गड़बड़ी के मामले में कांटाफोड़ नगर परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष भूरी बाई, अविनाश सोनानिया, महेश शर्मा, विजय कुमार शर्मा, गोविंद पोरवाल, सैयद मकसूद अली, धर्मेंद्र सिंह, बिना घावरी, बलराज तिवारी, सतीश चौहान, पवन सिसोदिया पर मामला दर्ज किया गया है.
लोहारदा में नगर परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष लाडकी बाई ईवीएम, सुभाष सोनेर, के एन एस चौहान, अनिल जोशी, हरि ओम कचोले, नंदकिशोर परासिया, सतीश घावरी, कैलाश वर्मा, जगदीश शर्मा, आधार सिंह, सतीश चौहान, पवन सिसोदिया, करण वाधवानी को आरोपी बनाया गया है.
नगर परिषद सतवास में तत्कालीन अध्यक्ष छोटी बी वहीद खान, विकास डावर, कैलाश चंद्र वर्मा, अनवर गोरी, जगदीश शर्मा, आधार सिंह, शुभम राठोर, विवेक मिश्रा, पदम सिंह यादव, राजेश वाधवानी, मोहित वाधवानी, बंटी वर्मा, पवन सिसोदिया, प्रकाश वाधवानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपियों में निजी फर्म के प्रोपराइटर भी शामिल हैं.