Dewas News: देवास (Dewas) जिले में लगातार यूरिया की कमी को लेकर किसान अपनी शिकायतें प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचा रहे थे. इसी बीच देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने जब जांच कराई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. सहकारी संस्था के गोदाम में रखा जाने वाला यूरिया निजी भवन भंडारण कर रखा गया था. इस मामले में दोषी अधिकारी पर निलंबन की कार्रवाई हुई है. देवास जिले में यूरिया की समस्या को लेकर बागली, खातेगांव, हाटपिपलिया में प्रदर्शन भी हो चुके हैं. इसके बाद जब शिकायत कलेक्टर ऋषव गुप्ता के पास पहुंची तो उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से लिया.
खाद के वितरण और भंडारण को लेकर जांच शुरू
इसके बाद सहकारी संस्था और निजी विक्रेताओं द्वारा खाद के वितरण और भंडारण को लेकर जांच शुरू की गई. कलेक्टर के निर्देश पर खातेगांव के नायब तहसीलदार सुनील पडियार में सरकारी संस्था जियागांव की जांच की. इस दौरान संस्था प्रबंधक हरिओम पंवार को बुलवाया गया. जब संस्था प्रबंधक से यूरिया खाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यूरिया निजी गोदाम में भंडारण कर रखी गई है.
इसके बाद जब सरकारी गोदाम में रखे जाने के बारे में सवाल जवाब किए गए तो संतोषजनक जानकारी नहीं मिल पाई. इसके बाद संस्था प्रबंधक हरिओम पंवार को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक यदि यूरिया वितरण में गड़बड़ी पाई गई तो दोषी अधिकारी की बर्खास्तगी होगी.
कलेक्टर ने दिया अल्टीमेटम
कलेक्टर ने एक बार फिर सरकारी संस्था और निजी विक्रेताओं को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार से यूरिया खाद की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी. इसके अलावा शासकीय नियमों का पालन करते हुए ही इसका वितरण और विक्रय किया जाए. यदि कहीं से भी कोई गड़बड़ी की शिकायत मिलती है तो उसकी तत्काल जांच कराई जाएगी. इस दौरान दोषी अधिकारियों पर गाज गिरना तय है. कलेक्टर के मुताबिक जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराई गई है.
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