Madhya Pradesh News: धनतेरस इस बार दो दिन रहेगा यानी आज 22 और कल 23 अक्टूबर को यह पर्व मनाया जाएगा. दोनों दिन ऐसे शुभ ग्रह योग बन रहे हैं जो धन, संपत्ति व वैभव के साथ स्थायित्व प्रदान करेंगे. धनतेरस के इस महामुहूर्त की अगवानी के लिए बाजार जगमगाने लगे है और यहां चहल-पहल तेज हो गई है. अभी से लोग खरीददारी और बुकिंग करने पहुंच रहे हैं.
शनिवार की सुबह से ही बाजारों में अलग किस्म की रौनक है. उम्मीद की जा रही है कि दो दिनों तक बंपर खरीददारी के आसार बनेंगे. ग्रह नक्षत्रों का मानें तो इन दोनों दिन की गई खरीदी शुभ मानी जाएगी.ऐसा इसलिए होगा क्योंकि गुरु, शुक्र, शनि व बुध जैसे ग्रह दोनों दिन स्वराशि में होंगे.
पंचांग के अनुसार
पंडित रोहित दुबे के अनुसार धनतेरस पर इस बार 22 अक्टूबर को त्रिपुष्कर, ब्रह्म व इंद्र योग का संयोग बन रहा है, जो धन वृद्धि के लिए बहुत शुभ माना गया है. पंचांग के अनुसार धनतेरस कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को दोपहर 4:04 बजे से शुरू हो रही है. अगले दिन 23 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि का समापन दोपहर 4:35 बजे होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनतेरस की पूजा प्रदोष काल में ही की जाती है और त्रयोदशी तिथि 23 अक्टूबर को प्रदोष काल शुरू होने पर ही समाप्त हो रही है.
पूजन के शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर भगवान धनवंतरी की पूजा के लिए 22 अक्टूबर की शाम 5:10 बजे से रात 9:24 बजे तक का शुभ मुहूर्त है. इस दिन व्यापारी बही-खातों की पूजा कर कुबेर देव से धन में वृद्धि की कामना करते हैं. प्रदोष काल शाम 5:36 से रात 8:34 बजे तक रहेगा. वृषभ लग्न शाम 7:07 से रात 9:05 बजे तक रहेगा, जो पूजन के लिए शुभ है. व्यावसायिक पूजन के लिए दोपहर 2:22 से 3:56 बजे और 3:56 से 5:56 बजे मीन लग्न में और शाम 7:07 से 9:05 बजे तक वृष लग्न में पूजन करना उत्तम रहेगा.