छतरपुर: पिछले कुछ समय से विवादों में चल रहे बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dham Maharaj Dhirendra Krishna Shastri)दिल्ली से लौट आए हैं. दिल्ली से वापसी पर खजुराहो एयर पोर्ट पर बागेश्वर धाम सरकार ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो साधु संतों को निमंत्रण देने गए था बड़ा कार्यक्रम है यह यज्ञ.
आतंकवादी वाले आरोपों पर क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री
बागेश्वर धाम सरकार से एबीपी न्यूज़ संवाददाता ने जब यह पूछा कि आपके विरोधी आप को आतंकवादी बोल रहे हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे किसी की कोई परवाह नहीं है.लोग बोलते रहें. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप सनातन धर्म के नए पोस्टर बॉय बन रहे हैं, तो इस सवाल पर उन्होंने कोई सीधा जवाब नहीं दिया और केवल इतना कहा, ''सीताराम''
फरवरी में बागेश्वर धाम में एक यज्ञ का आयोजन होना है. इसी कार्यक्रम में संतों को निमंत्रण देने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उत्तराखंड गए थे. उन्होंने हरिद्वार में पतंजली योग पीठ के आचार्य बालकृष्ण से भी मुलाकात की थी. उन्होंने 27 जनवरी को जारी एक वीडियो संदेश में कहा था कि आज 27 तारीख है और हम यात्रा पर निकले हैं.हम 2-3 दिन की यात्रा पर हैं.बागेश्वर बालाजी के चरणों की कृपा से और सन्यासी बाबा की कृपा से जो यज्ञ होने जा रहा है उसमें सभी स्थानों के तीर्थों को संत महापुरुषों को आमंत्रण देनें के लिए हम निकले हैं.हम बहुत जल्दी फिर बागेश्वर धाम आ रहे हैं.हिमालय की दिव्य भूमि और उत्तराखंड के क्षेत्र जहां बड़े-बड़े ऋषि-मुनि और महात्मा के स्थानों के पदचिन्हों का आशीर्वाद लेकर हम सभी संतों को आमंत्रण दे रहे हैं.हम बहुत जल्द बागेश्वर धाम आएंगे. आप सभी इंतजार करिए और सनातन का झंडा गाड़े रहिए.
धीरेंद्र शास्त्री और बढ़ता विवाद
अंधविश्वास फैलाने के आरोपों को लेकर बढ़ते विवाद के बीच धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है. उनके विरोधियों और समर्थकों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है.उनपर चमत्कार के माध्यम से अंधविश्वास फैलान का आरोप है.वहीं कुछ मुस्लिम धर्मगुरु उनपर धर्मांतरण कराने और इस्लाम को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं.
इन विवादों की शुरुआत महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित एक कथा के दौरान हुई. महाराष्ट्र की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती दी थी. इस समिति ने धीरेंद्र शास्त्री से अपने दावों की पुष्टि के लिए कहा था. समिति के प्रमुख श्याम मानव ने कहा था कि अगर धीरेंद्र शास्त्री अपने दावों की पुष्टि कर देते हैं, तो वे उन्हें 30 लाख रुपये का इनाम देंगे. समिति ने बाबा पर जादू-टोना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. धीरेंद्र शास्त्री अपने दावों की पुष्टि किए बिना नागपुर से वापस लौट आए थे.
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