Indian Railways: ट्रेन में खान-पान की शिकायत करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. रेल मंत्रालय ने आईआरसीटीसी (IRCTC) को ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थों के मेन्यू बदलने की छूट दे दी है. अब मधुमेह (Diabetes) रोगियों का भोजन, शिशु आहार और बाजार आधारित स्थानीय खाद्य पदार्थों सहित स्वस्थ भोजन के विकल्प को शामिल किया जा सकेगा. जनता भोजन के मेन्यू और टैरिफ में कोई बदलाव नहीं होगा. पश्चिम मध्य रेल (West Central Railway) के सीपीआरओ राहुल श्रीवास्तव का कहना है कि बेहतर मेन्यू क्षेत्रीय आकांक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जा सकेगा.
रेलवे देने जा रहा यात्रियों को खास सुविधा
रेल मंत्रालय ने आईआरसीटीसी को मेन्यू में जरूरी बदलाव करने की छूट देने का निर्णय लिया है, ताकि ट्रेन में क्षेत्रीय व्यंजनों, मौसमी व्यंजनों, त्योहारों के दौरान विशेष भोजन और विभिन्न समूहों की पसंद के अनुसार खाना परोसा जा सके. उन प्रीपेड ट्रेनों के लिए जिनमें खानपान शुल्क यात्री किराए में शामिल है, आईआरसीटीसी पहले से तय टैरिफ के भीतर ही नया मेन्यू तय करेगी. अन्य मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए भी मानक भोजन जैसे बजट श्रेणी के खाद्य पदार्थों का मेन्यू पहले से तय टैरिफ के भीतर तैयार किया जाएगा.
IRCTC को मेन्यू में बदलाव करने की छूट
मधुमेह रोगियों का विशेष भोजन, शिशु आहार तथा बाजार आधारित स्थानीय खाद्य पदार्थों का विकल्प भी आईआरसीटीसी दे सकेगा. इसके अलावा उन प्रीपेड ट्रेनों में भोजन के अलग-अलग व्यंजनों और एमआरपी पर ब्रांडेड खाद्य पदार्थों की बिक्री की भी अनुमति होगी. अलग-अलग व्यंजनों का मेन्यू और टैरिफ आईआरसीटीसी की तरफ से निर्धारित होगा. हालांकि, मेन्यू का अनुमोदन रेलवे के सक्षम अधिकारी से पूर्व में करवाने की शर्त भी लगाई गई है. रेलवे बोर्ड का कहना है कि मेन्यू में बदलाव करने की छूट देने का मकसद ट्रेनों में खानपान की सेवाओं को सुधार करना और यात्रियों को बेहतर विकल्प देना है.