Madhya Pradesh News: इंदौर एयरपोर्ट पर यात्रियों को अपना आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इंदौर एयरपोर्ट पर तीन फेस स्केनर मशीन लगाई जा रही है. मशीनों के जरिए सुरक्षा अधिकारी यात्री का चेहरा स्कैन करेंगे और यात्रा करने की अनुमति दे सकेंगे. डिजी यात्रा के जरिये ये संभव हो सकेगा. इन मशीनों का ट्रायल भी जल्द शुरू होगा.
इंदौर एयरपोर्ट पर जो इंतज़ाम किये जा रहे हैं उसके तहत यात्रियों के लिए सामान्य गेट और दिगी गेट अलग अलग होंगे. मुंबई दिल्ली और वाराणसी के अलावा कुछ ही एयरपोर्ट पर ये सुविधा दी जा रही है.
यहां लगाई गई मशीन
जो तीन फेस स्कैनर मशीन एयरपोर्ट पर लगाई जा रही हैं उनमें एक मशीन एन्ट्री गेट, दूसरी सिक्योरिटी एरिया और तीसरी मशीन बोर्डिंग एरिया में लगाई जा रही है. यहाँ पर कंपनी द्वारा कमचारियों को तैनात किया जा रहा है जो यात्रियों के चेहरे देखकर उन्हें एयरपोर्ट में प्रवेश दे सकेंगे. इसके अलावा अभी ये मशीनें ट्रायल पर रखी गई हैं जो जुलाई तक फंक्शन में आ जाएँगी. मशीनें डिजी यात्रा प्रोजेक्ट के जरिये लगाई जा रही हैं.
मोबाइल एप से होगी एंट्री
इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यात्रिओं को अपने फ़ोन में डिजियात्रा एप डाउनलोड करना पड़ेगा. एप डाउनलोड करने के बाद यात्री को अपना आधार कार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, और स्कूल सर्टिफिकेट की जानकारी देना होगी. वही एयरपोर्ट पहुंचने पर उन्हें कीओस्क के जरिये ये प्रक्रिया पूरी करनी होगी. वैरिफ़िएड इंफोरशन और बोर्डिंग पास की जानकारी का मिलान होते ही यात्री को बोर्डिंग पास दे दिया जायेगा.
जुलाई महीने में कर दिया जाएगा शुरू
इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने कहा है कि इंदौर एयरपोर्ट पर इस तरह की सुविधा देने का उद्देश्य यही है कि यात्रियों को जल्द से जल्द कागजी कार्रवाई से फुर्सत मिले और वह जल्द से जल्द अपनी यात्रा कर सके डिजिटल इंडिया के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के साथ ही इंदौर के एयरपोर्ट पर तीन मशीनें लगाई गई है. जुलाई महीने में इन मशीनों को शुरू कर दिया जाएगा ताकि लोग डिजिटल तरीके से बोर्डिंग पास ले सके, उन्होंने कहा कि इंदौर के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर और भी अन्य सुविधाएं जल्दी ही बढ़ाई जाएंगी.
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