Digvijaya Singh Statements: कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह अपने बयान से फिर विवाद में, पहले भी पार्टी के लिए बढ़ा चुके हैं मुश्किलें
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) अपने बयानों को लेकर एक बार फिर सु्र्खियों में हैं. उनके बयान किस तरह कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होते रहे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश से राज्यसभा के सांसद दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर फिर सवाल उठाया है. उनके दिए बयान ने एक बार फिर कांग्रेस में खलबली मचा दी है. कांग्रेस ने अपने 75 वर्षीय नेता के बयान से किनारा करते हुए इसे उनका निजी बयान बताकर पल्ला झाड़ लिया है.
राहुल गांधी को आगे आकर देनी पड़ी सफाई
दिग्विजय सिंह का यह बयान ऐसे अवसर पर आया है जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू- कश्मीर में है. बीजेपी ने दिग्विजय सिंह की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने पर इसे सशस्त्र बलों का अपमान करार दिया है और कांग्रेस पर हमलावर है. इसी के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आगे आने पड़ाऔर उन्होंने कहा कि उनके बयान से पार्टी सहमत नहीं है और उनके इस बयान को निजी बयान ही माना जाए.
पाकिस्तान परस्त नजरिए से जोड़कर देखा जा रहा बयान
दिग्विजय सिंह के इस बयान को उनकी पाकिस्तान परस्त नजरिए से जोड़ कर देखा जा रहा है. इससे पहले उन्होंने जम्मू-कश्मीर से केंद्र की बीजेपी ने अनुच्छेद 377 को समाप्त किया उसकी भी आलोचना की थी. उस समय भी कांग्रेस को उनके बयान से किनारा करना पड़ा था. तब दिग्विजय सिंह ने एक पाकिस्तानी पत्रकार से बातचीत में कहा था कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो कश्मीर में फिर अनुच्छेद377 बहाल करेगी. उन्होंने यह भी कहा था कि जिस तरह से अनुच्छेद 377 को हटाया गया वह अनुचित था. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय के इस बयान से कांग्रेस की काफी फजीहत हुई थी.
दिग्विजय ने मनमोहन सरकार के समय कहा था सत्ता के दो केंद्र
दिग्विजय सिंह के तब भी कांग्रेस के लिए आत्मघाती बयान आते रहे थे जब कांग्रेस सत्ता में थी. मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान उनका बयान आया था कि सत्ता के दो केंद्र (सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ) ठीक से काम नहीं कर रहे हैं और इस सिस्टम को भविष्य में बदलना होगा. इसके कांग्रेस की बहुत फजीहत हुई थी और ये पूरी तरह से कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित हुआ.
गोमांस से लेकर बाटला हाउस इनकाउंटर को फर्जी बताने तक
हिंदुओं के धार्मिक भावनाओं को आहत कर एक धर्म विशेष के लोगों को खुश करने की उनकी कोशिश अक्सर कांग्रेस को बैकफुट पर आने के लिए विवश कर देती है. ऐसा ही बयान उन्होंने हिंदुओं के गौ मांस भक्षक होने की बात कह कर दी थी. इस बयान के साथ बीजेपी के लिए आदर्श माने जाने वाले वीर सावरकर का भी उन्होंने उल्लेख किया था और उन्हें गो मांस खाने का पक्षधर बताया था. दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना इस्लामिक संगठन पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिय यानी पीएफआई से कर दी थी. दिग्विजय सिंह का दुनिया के सबसे दुर्दांत आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के लिए ओसामाजी संबोधन और ओसामाजी को सम्मानपूर्वक दफन करने की बात करने वाले दिग्विजय सिंह बहुत दिनों तक चर्चा का विषय बना रहा.
जींस वाली लड़कियों का बयान भी रहा चर्चा में
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बनने की घोषणा कर शांत बैठने को मजबूर किए गए दिग्विजय सिंह ने कहा था कि जिन महिलाओं की उम्र 40 साल से अधिक है वे ही मोदी की समर्थक हैं जींस पहनने वाली लड़कियां नहीं. दिग्विजय सिंह ने दिल्ली के बहुचर्चित बाटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी करार दिया था जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर शहिद हो गए थे. दिग्विजय सिंह का कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बन पाने की वजह उनके विवादित बयानों को ही माना जाता है. वजह जो भी हो सत्ता से दूर हो राजनीतिक हाशिए पर पड़े दिग्विजय सिंह ताजा बयान से एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में हैं. शायद उन्हें पता है कि अभी कांग्रेस के पास उन्हें देने के लिए कुछ भी नहीं है.
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