Digvijaya Singh Allegation On BJP:  मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने आरोप लगाया है कि उनके कांग्रेस (Congress) से इस्तीफे की फर्जी खबर के पीछे बीजेपी (BJP) का हाथ है. दिग्विजय सिंह ने साफ किया है कि आखिरी सांस तक कांग्रेस में रहूंगा. वहीं, इस मामले को लेकर कांग्रेस ने राज्य के सायबर सेल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल  रविवार को कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होते ही दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के इस्तीफे की खबर वायरल होने के बाद सूबे की राजनीति में भूचाल आ गया.


इसके बाद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' पर लिखा, “भारतीय जनता पार्टी झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में किसी पद के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी. मैं अपनी अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा. मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूं." वहीं, कांग्रेस प्रवक्त के के मिश्रा का आरोप है कि बीजेपी प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेयी ने दिग्विजय सिंह का इस्तीफा कूटरचित तरीके से तैयार करके वायरल किया है.


दिग्विजय सिंह के "फर्जी" पत्र में क्या कहा गया
बता दें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संबोधित दिग्विजय सिंह के "फर्जी" पत्र में कहा गया है "निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिए जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. भारी मन से मैं पार्टी से अपने जुड़ाव को खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं. कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं." दिग्विजय सिंह के इस्तीफे के फर्जी पत्र के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है. पार्टी प्रवक्ता के के मिश्रा ने आरोप लगाया कि भोपाल का सायबर सेल थाना बीजेपी के दफ्तर जैसा काम कर रहा है.


उन्होंने आरोप लगाया कि सायबर सेल की क्राइम ब्रांच सिर्फ आप (दिग्विजय) और मेरे खिलाफ ही भाजपा दफ्तर के एक चपरासी के फोन चले जाने के बाद तत्परता से एफआईआर दर्ज करती है. उन्होंने कहा कि भूतपूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का यह इस्तीफा का फर्जी पत्र भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेई ने न केवल कूटरचित तरीके से तैयार किया बल्कि उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया. उन्होंने कहा कि हितेश वाजपेई ने इसके पहले भी दिग्विजय सिंह के खिलाफ एक फर्जी वीडियो तैयार किया था, जिसकी शिकायत साइबर सेल थाने में की गई थी, लेकिन आज तक उसे पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.


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