Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में अभी सोयबीन की फसल आने में समय बचा है, लेकिन इसके लेकर राजनीतिक गर्माहट देखने को मिल रही है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर सोयबीन की फसल के दाम 6000 रुपये प्रति क्विंटल की मांग को लेकर एक मुहिम छेड़ दी है. 


मध्य प्रदेश में इस बार डॉ मोहन यादव सरकार के खिलाफ सोयाबीन की फसल के दाम को लेकर कांग्रेस ने आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली है. अभी से सोशल मीडिया के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के नेता समर्थन जुटाने में लग गए हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर सोयाबीन की फसल के दाम 6000 रुपये प्रति क्विंटल की मांग को लेकर मुहिम शुरू कर दी है. 


इस मुहिम के माध्यम से किसानों का जन समर्थन जुटाना जा रहा है. अभी सोयाबीन की फसल आने में 1 महीने का वक्त बचा है, बावजूद इसके कांग्रेस के नेताओं ने सोयाबीन के दामों को लेकर अभी से चिंता पालना शुरू कर दी है. 


घाटे का सौदा साबित हो रही सोयाबीन की फसल- दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने यह भी सवाल उठाया है कि 10 सालों से सोयाबीन के भाव 4300 क्विंटल है. किसानों के लिए सोयाबीन की फसल घाटे का सौदा साबित हो रही है. 10 सालों में महंगाई दोगुना पहुंच गई है, जबकि फसल के दाम वहीं के वहीं टिके हुए हैं. इसकी वजह से मध्य प्रदेश के किसानों की आर्थिक स्थिति और भी कमजोर होती जा रही है.


10 सालों में डेढ़ साल कांग्रेस की सरकार- BJP
बीजेपी विधायक अनिल जैन के मुताबिक इन 10 सालों में डेढ़ साल कांग्रेस की सरकार भी रही है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने किसानों के साथ वादा खिलाफी की. उनका दो-दो लाख रुपए का कर्ज माफ करने की झूठी घोषणा की. अब दिग्विजय सिंह को किसानों की याद आ रही है. उन्होंने कहा कि किसानों को ठगने का काम सबसे ज्यादा कांग्रेस सरकार ने किया है, इसलिए कांग्रेस नेताओं को किसानों की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों की सरकार है.


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