MP Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश में इस बार 'आखिरी चुनाव' का नारा भी दिग्गज नेताओं की जुबान पर खूब देखने को मिल रहा है. आखिरी चुनाव की भावनात्मक अपील के जरिए मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए लोकसभा सीट पर कई उम्मीदवार दांव-पेंच लगा रहे हैं. मध्य प्रदेश के दो दिग्गज नेताओं को आखिरी चुनाव जीतने के लिए उनकी विधायक पुत्रों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. हालांकि विपक्षी दल अपनी जीत के दावे मजबूती से पेश कर रहा है. 


मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लोकसभा क्षेत्र में मतदान हो रहा है. इसी बीच उनके बेटे जयवर्धन सिंह पिछले कई दिनों से अपने पिता की राजनीतिक साख बचाने के लिए मैदान में उतरे हुए हैं. विधायक बेटे जयवर्धन सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे लोकसभा क्षेत्र की खाक छानकर पिता दिग्विजय सिंह के लिए वोट मांगे. 


कांतिलाल भूरिया का भी आखिरी चुनाव
वर्तमान में जयवर्धन सिंह तीसरी बार के विधायक हैं. इसी प्रकार 13 मई को होने वाले मतदान के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के लिए उनके बेटे विधायक विक्रांत भूरिया पूरी ताकत लगा रहे हैं. युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके विक्रांत भूरिया पहली बार के विधायक हैं. रतलाम लोकसभा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया अपने राजनीतिक जीवन का आखिरी चुनाव लड़ रहे हैं. 


एक के बाद एक विधायक कांग्रेस छोड़ रहे हैं- सीएम मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुताबिक मध्य प्रदेश में कांग्रेस से लोगों का भरोसा उठ गया है. इसी वजह से कांग्रेस के विधायक भी भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम रहे हैं. राजगढ़ और रतलाम लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की कोई टक्कर नहीं है. इस बार सभी 29 लोकसभा सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू चलने वाला है. उन्होंने कहा कि वह राजगढ़ में आम सभा संबोधित कर चुके हैं वहां बीजेपी के प्रति आकर्षण और मतदाताओं को भाजपा प्रत्याशी पर पूरा भरोसा है, आज वे रतलाम में भी आमसभा को संबोधित करने जा रहे हैं.


यह भी पढ़ें: MP Lok Sabha Election 2024: खुद को वोट नहीं दे पाएंगे दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया, ये है वजह