संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि वो मोहन भागवत से अनुरोध करते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी को भी ज्ञान दें. मोहन भागवत ने मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा था कि वहां एक साल भी शांति नहीं है, स्थिति पर प्राथमिकता से विचार करने की जरूरत है. इसके साथ ही लोकसभा चुनाव नतीजों पर उन्होंने कहा था कि चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने मौजूद समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है.
दिग्विजय सिंह ने कहा, "अभी तक वो (पीएम मोदी) वहां गए नहीं है." नई सरकार के सवाल पर उन्होंने कहा, "उनका (नीतीश कुमार) का मिजाज देश जानता है." वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर उन्होंने कहा, "मोदी परिवार तो बन चुका है. जितने भी भ्रष्ट लोग हैं वो उस परिवार के अंग बन चुके हैं."
मोहन भागवत ने क्या कहा था?
नागपुर में सोमवार (10 जून) को संघ के कार्यक्रम में मोहन भागवत ने कहा कि समाज में संघर्ष अच्छा नहीं है. उन्होंने जोर दिया कि भारत में बहुत विविधता है और समाज में एकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "मणिपुर पिछले एक साल से शांति स्थापित होने की प्रतीक्षा कर रहा है. दस साल पहले मणिपुर में शांति थी. ऐसा लगा था कि वहां बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है, लेकिन राज्य में अचानक हिंसा बढ़ गई है.’’
भागवत ने कहा, ‘‘मणिपुर की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार करना होगा. चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने मौजूद समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है.’’ आरएसएस प्रमुख ने कहा कि अशांति या तो भड़की या भड़काई गई, लेकिन मणिपुर जल रहा है और लोग इसकी तपिश का सामना कर रहे हैं.
पिछले साल मणिपुर में भड़की थी हिंसा
पिछले साल मई में मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. तब से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि बड़े पैमाने पर आगजनी के बाद हजारों लोग विस्थापित हुए हैं. इस आगजनी में मकान और सरकारी इमारतें जलकर खाक हो गई हैं.
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