MP Politics: मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी (Suresh Pachauri) ने शनिवार को बीजेपी का दामन थाम लिया. उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की वजह गिनाते हुए कहा कि इसके पीछ पार्टी के कुछ राजनीतिक और धार्मिक निर्णय हैं. पचौरी के कांग्रेस छोड़ने पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) की प्रतिक्रिया आई है. दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर पचौरी के लिए भावुक पोस्ट लिखकर पूछा कि ''भला 50 साल का रिश्ता भी कोई यूं तोड़ता है.''


सुरेश पचौरी को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने 'एक्स' पर लिखा, ''सुरेश, भला 50 साल का रिश्ता भी कोई यूं तोड़ता है. आपको तो संघर्ष के दिनों में संबल बनकर साथ खड़ा होना था. क्या धर्म यह नहीं सिखाता कि अपनों के सुख-दुख में साथ रहें? राम मंदिर #RamMandir में आस्था उचित है लेकिन राम की मर्यादा को क्यों भूल गए? सच का साथ देने के लिए संघर्ष के पथ पर निःस्वार्थ चलने की सीख ही राम के प्रति सच्ची आस्था होती. बाक़ी सब स्वार्थ है.''


राम के नाम पर यह न करें- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने सुरेश पचौरी को नेहरू-गांधी परिवार की याद दिलाते हुए लिखा, ''जिस नेहरू गांधी परिवार की बदौलत आपने समाज में नाम और सम्मान कमाया, उसे बेगाना कर गए. वह भी उनके लिए जिनके खिलाफ हम सब ने सारी लड़ाई लड़ी. अब बीजेपी कह रही है कि आप उनके ही थे और घर वापस लौट रहे हैं. ख़ैर आप जो भी करें. मगर राम के नाम पर न करें. यह राम की सीख तो नहीं है.''






पचौरी ने पार्टी छोड़ने की बताई थी यह वजह
सुरेश पचौरी ने शनिवार को बीजेपी ज्वाइन की और प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने के न्योते को ठुकराया और इस वजह से वह कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आ गए हैं. सुरेश पचौरी ने कहा कि जो पार्टी रामजी का सम्मान नहीं करती वह उसके साथ खड़े नहीं हो सकते.


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