Vaccination in Dindori: हर पात्र नागरिक को कोरोना की वैक्सीन लगाने का सरकारी अभियान स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले के लिए कई परेशानी भी खड़ी कर रहा है. ऐसा ही एक रोचक मामला मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले डिंडौरी (Dindori) में सामने आया, जब ग्रामीणों ने कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले धान की फसल कटवाने में मदद की अजीब सी शर्त रख दी. डिंडौरी में वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीण क्षेत्र में गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को खेत में फसल भी काटनी पड़ी. दरअसल बजाज तहसील के अंगई ग्राम में धान की फसल कटाई करने का हवाला देकर ग्रामीण वैक्सीन का सेकेंड डोज लगवाने से कतरा रहे थे. ग्रामीणों ने कहा कि पहले फसल कटाई में हाथ बंटाओ, तब वैक्सीन का डोज लगवाएंगे.


स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब बिना कोई संकोच किसानों की मांग मान ली तो उन्होंने भी वैक्सीन लगवा ली. जिले की आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के इस अनोखे अंदाज की हर कोई तारीफ कर रहा है. डिंडैरी स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम विक्रम सिंह ने बताया कि वैक्सीनेशन जागरुकता दल बजाग तहसील के अंगई गांव गया था. उस वक्त ज्यादातर ग्रामीण धान की फसल की कटाई के लिए खेतों में मौजूद थे. वैक्सीनेशन टीम ने उनसे कोरोना का टीका लगवाने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक फसल नहीं कट जाती, तब तक डोज नहीं लगवाएंगे.




काफी समझाने के बाद भी जब ग्रामीण वैक्सीन लगवाने को तैयार नहीं हुए, तब टीम में शामिल आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता भी ग्रामीणों के साथ धान की फसल काटने हंसिया लेकर खेत में उतर गईं. आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता को खेत में धान की फसल काटता देख ग्रामीणों का दिल पसीज गया और वैक्सीन लगवाने पर रजामंदी जाहिर की. वैक्सीनेशन टीम ने खेत में ही ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन का सेकेंड डोज लगाया. 


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