MP Economic Crime News: जिला मजिस्ट्रेट यानी कलेक्टर ने निर्दोष लोगों को फर्जी योजनाओं का शिकार होने से बचाने के लिए जिले में लंबे अर्से से संचालित चिटफंड कंपनी LJCC (LUSTINESS JANHIT CREDIT CO OPERATIVE SOCIETY LTD) के कारोबार पर पांबदी लगा दी है.जिला मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में कहा है कि 21 अप्रैल 2023 से आगामी आदेश तक के लिए जिले में इस चिटफण्ड कंपनी में नवीन खाता खोलने एवम आम लोगों से जमा राशि स्वीकार करने के लिए प्रतिबंधित किया जाता है. जिला प्रशासन ने आम लोगों से अपील किया है कि वो इस कंपनी के किसी भी शाखा में कोई भी धनराशि जमा न करें. प्रशासन का कहना है कि अगर आपने पैसा जमा किया है तो इसे तत्काल निकाल लें. यदि पैसा देने में आनाकानी करे तो पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं.
नाम बदल-बदल कर कर रही है काम
इसके पहले भी जिला प्रशासन ने 2021-2022 में चिटफण्ड कंपनी में किसी भी धनराशि को जमा करने पर बैन लगाया था. इस बैन के बाद चिटफण्ड कंपनी ने अपना नाम बदलकर दूसरे नाम से अपना कारोबार शुरू किया. वह लोगों को लुभावने ऑफर देकर धनराशि जमा करा रही थी.
सिंगरौली जिले में एक लंबे समय से नाम बदलकर-बदलकर यह कंपनी कारोबार कर रही है. शुरुआती दौर में यह ऑप्शन वन के नाम से सिंगरौली जिले में अपना कारोबार शुरू किया. इस कंपनी ने यहां की भोली-भाली आम लोगों को लुभावने ऑफर देकर करोड़ों की राशि जमा करा लिया. इसके बाद जब मैच्योरिटी देने का वक्त आया तो, कंपनी ने अपना नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के नाम से पंजीयन कराकर कारोबार शुरू कर दिया. ऑप्शन वन कंपनी के खातेदार अपना पैसा वापस लेने के लिए कई अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगा कर थक हारकर भूल गए कि हमने कभी पैसा भी जमा किया था.
एनजीओ की आड़ में चल रहा है गोरखधंधा
स्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी पर भी जिला प्रशासन ने कारोबार करने से बैन लगा दिया था.इसके बाद फिर इस कंपनी ने एक नए नाम LJCC से पंजीयन कराकर काम शुरू कर दिया.लोगों को डबल पैसा कमाने व अन्य तरह के लुभावने ऑफर देकर पैसा जमा करा रही है. हैरानी की बात यह है कि नाम बदलकर कारोबार करने वाले एक ही नाम का व्यक्ति है. वह लंबे अर्से से इस कारोबार में लिप्त है . उस व्यक्ति का नाम है अनुराग बंसल. इस कारोबार में उसकी पत्नी आरती बंसल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
लोगों की हमदर्दी जीतने के लिए वह एक एनजीओ भी चला रहा है. एनजीओ के जरिए यह कभी गाँव-मुहल्लों की बस्तियों में जाकर चावल-दाल की थैली बंटवाता है. जिससे वह जिला प्रशासन की नजरों में भी आ जाता है. उसने हॉस्पिटल में एक एंबुलेंस की सुविधा भी दे रखी है.अनुराग बंसल सोशल मीडिया में भी काफी सुर्खियों में रहता है.
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