Diwali Puja 2023: रतलाम के प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर में धनतेरस से दीपावली तक होती है 'धन की वर्षा', क्या है सालों पुरानी यह परंपरा?
Happy Diwali 2023: मंदिर के पुजारी बताते हैं कि इस प्राचीन मंदिर में सालों से यह परंपरा है. रतलाम का प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर कुबेर के ख़ज़ाने में तब्दील हो चुका है.
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Diwali Puja Muhurta 2023: रतलाम का प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर को 5 दिनों के दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए नोटों की गड्डियों, हीरे-मोती और ज्वेलरी से सजाया गया है. इस कुबेर के ख़ज़ाने को देखने और महालक्ष्मी के दर्शन को भक्तों का हुजूम सुबह 4 बजे से आना शुरू हो जाता है. यहां आज से पांच दिनों तक इस महालक्ष्मी मंदिर में इसी तरह भक्तों का हुजूम उमड़ेगा. सुरक्षा की दृष्टि से यहां सीसीटीवी केमेरे व सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनात किया गया है.
रतलाम का प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर कुबेर के ख़ज़ाने में तब्दील हो चुका है. यहां परंपरा है कि धनतेरस से दीपावली तक अपना धन यहां मंदिर में रखने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन की वृद्धि होती है. इसी परंपरा के चलते यहां रतलाम जिले व अन्य प्रदेश से भी कई श्रद्धालु यहां आते हैं और अपना धन इस मंदिर में रखते है यहां श्रद्धालु नोटों की गड्डियों के अलावा अपनी ज्वेलरी भी रखते हैं.
श्रद्धालु इस मंदिर में बड़ी मात्रा में अपना धन रख कर जाते है जिससे पूरा मंदिर कुबेर के खज़ाने सा दिखाई देने लगता है. इस कुबेर के ख़ज़ाने को देखने दूर दूर से 5 दिनों तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते है. मंदिर में कड़ी सुरक्षा के भी इंतजाम प्रशासन करता है. यहां सीसीटीवी केमेरे लगाये गए हैं इसके अलावा पुलिस व्यवस्था भी यहां है. मंदिर के पुजारी बताते हैं कि इस प्राचीन मंदिर में सालो से यह परंपरा है आस्था है की यहां अपना धन रखने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन में वृद्धि होती है हजारों श्रद्धालु 3 दिनों तक यहां दर्शन को आते हैं.
धनतेरस के कई दिन पहले से यहां बड़े व्यापारी अपना सोना चांदी व नोटों की गड्डियां मन्दिर में लाकर देते हैं. इसके अलावा कई श्रद्धालु भी अपनी ज्वेलरी या कीमती सामान यहां लेकर 5 दिनों के लिए रखते हैं. इसके लिए रजिस्टर में एंट्री भी की जाती और 5 दिन बाद सभी अपना सामान वापस ले जाते हैं. मान्यत है कि 5 दिनों के दौरान मां लक्ष्मीजी के पास अपना धन रखने से घर में सुख समृद्धि आती है वे धन की कमी नहीं आती. इधर श्रद्धालु सुबह 4 बजे से ही लंबी कतार में मां महालक्ष्मी के दर्शन को खड़े हो जाते है लंबी कतार लगई दिखाई देती है वही श्राद्धालु आज धन तेरस के दिन महालक्ष्मीजी के दर्शन को बड़ा ही शुभ मानते है भक्तो का कहना है कि ये दृश्य बेहद मनमोहक होता है. पूरा मंदिर कुबेर के ख़ज़ाने की तरह दिखाई देता है.
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