Barakhambha Fair: राजधानी भोपाल से 60 किलोमीटर दूर स्थित इछावर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नीलबड़ में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी बाराखंबा मेले का आयोजन किया जाएगा. इस मेले में सीहोर जिले सहित आसपास के जिलों से भी हजारों की तादाद में पशुपालक किसान पहुंचते हैं और अपने पशुओं की बेहतरी के लिए दूध अर्पित करते हैं. आलम यह रहता है कि सुबह से शाम तक यहां दूध की धारा बहती रहती है. 


आयोजन को लेकर सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह एवं पुलिस अधीक्षक जिला दीपक कुमार शुक्ला द्वारा मेला स्थल निरीक्षण किया. इस दौरान जनपद विभाग, राजस्व विभाग, चिकित्सा विभाग, वन विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे. कलेक्टर एवं एसपी साहब द्वारा मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के आने जाने के मार्ग की यातायात व्यवस्था, वाहनों पार्किंग की व्यवस्था हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं वाहनों में ओवरलोडिंग न हो इस संबंध में निर्देश दिए गए. मेले में आने वाले झूलों की चेकिंग कर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए. 


पर्याप्त सुरक्षा बल लगाने हेतु निर्देश दिए गए
मंदिर समिति से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी गई. श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु चिकित्सा कैंप लगाने एवं आकस्मिक स्थिति में आवश्यक उपचार एवं दवाइयां की व्यवस्था रखने हेतु निर्देश दिए. पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा महिला श्रद्धालुओं के लिए दर्शन हेतु व्यवस्था करने एवं बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा हेतु पर्याप्त सुरक्षा बल लगाने हेतु निर्देश दिए गए. मंदिर प्रांगण में फायर ब्रिगेड एवं पानी के टैंकर रखने हेतु निर्देशित किया गया.


सालों से लगता आ रहा है मेला
बता दें प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के इछावर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत खेरी में देवपुरा बाराखंबा मेले का आयोजन होगा. आयोजन को लेकर समिति सचिव रामचरण केलोदिया ने बताया कि मेला दो नवंबर को आयोजित किया जाएगा. मेले में परंपरा है कि पशुपालक अपने पशुओं की बेहतरी के लिए यहां भगवान को दूध अर्पित करते हैं. 


पशुपालक किसानों का मानना है कि भगवान को दूध अर्पित करने से पशुओं को संक्रामक रोग नहीं होते. मेले में सीहोर, आष्टा, शाजापुर, शुजालपुर, बुधनी, नसरुल्लागंज, रेहटी सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में पशुपालक किसान पहुंचते हैं.


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