(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Watch: छतरपुर में मौलाना ने स्टेज पर दूल्हे को लगाई फटकार, सबके सामने करवाई तौबा, जानें पूरा मामला
Viral Video: काजी को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि आप लोगों ने उलेमा का तमाशा बना दिया है. उलेमा चीखे-चिल्लाए उसकी कोई अहमियत नहीं है.आपने उलेमा को नौकर समझ लिया है.
MP News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले (Chattarpur of Madhya Pradesh) नौगांव में एक मुस्लिम दूल्हे को डीजे और ढोल-तासे के साथ बारात लाना भारी पड़ गया. काजी ने उसका निकाह पढ़ने से ही मना कर दिया. काजी ने दूल्हे को जमकर खरी-खोटी सुनाई. बाद में दूल्हे ने जब अपनी गलती स्वीकार कर ली और लोगों से माफी मांग ली तब जाकर काजी साहब निकाह पढ़ाने को तैयार हुए.
काजी साहब ने क्या-क्या समझाया
यह मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का है. वहां के नौगांव कस्बे में मुस्लिम समाज ने शादी-विवाह में डीजे और ढोल-तासे बजाने पर पाबंदी लगा रखी है.इसके बावजूद जब दूल्हे ने बिना किसी को जानकारी दिए डीजे बजवाया और दुल्हन के घर पहुंचा तो काजी भड़क गए. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में काजी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आपके ही घर आपके भाई की एक महीने पहले शादी हुई थी. कितनी बेहतरीन शादी हुई थी. मस्जिद के अंदर निकाह हुआ था. लेकिन एक महीने बाद ही आपने यह कर दिया.
निकाह के पहले डीजे बजाने पर भड़क गए मौलवी साहब, मध्य प्रदेश के छतरपुर की घटना @abplive @ABPNews pic.twitter.com/v1dnhcjAAw
— vikram Singh jat (@vikramsinghjat7) February 21, 2023
काजी को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि आप लोगों ने उलेमा का तमाशा बना दिया है. उलेमा चीखे-चिल्लाए उसकी कोई अहमियत नहीं है.आपने उलेमा को नौकर समझ लिया है कि हम चाहें तो ढोल-तासे बजाएं, बैंड बाजे बजाए, तुम तो निकाह पढ़ाने आओगे ही. काजी कहते हैं कि हमें नौकर न समझो. फिर वो कहते हैं कि आप ढोल-तासे बजवाते हुए मस्जिद तक गए और वहां से आप यहां तक आए, इस तरह आपने शरियत का मजाक उड़ाया, आपने ने उलेमा का मजाक उड़ाया और पूरे शहर और समाज का मजाक उड़ाया.
शादी में फिजूलखर्ची रोकने की कवायद
काजी कहते हैं कि शादी वाला दिन इंसान के लिए सबसे खुशी वाला दिन होता है, आपने शैतान को खुश करने वाला काम किया है. आप समझते हैं कि ढोल-तासे बजवाकर मस्जिद के दरवाते तक जाएंगे और अंदर जाकर अल्लाह का सजदा कर लेंगे, बताइए आपका सजदा कबूल होगा. अंत काजी कहते हैं कि तौबा करिए सबके सामने की आज के बाद समाज के खिलाफ कोई काम नहीं करेंगे. इसके बाद जाकर कादी निकाह पढ़वाने के लिए तैयार होते हैं.
नौगांव के जामा मस्जिद काजी मुनव्वर रजा काजी साहब ने बताया कि उन्होंने शादी में फिजूल खर्च रोकने के लिए तंजीम चलाई है. शादी में डीजे बजाने और नाचना गाना इस्लाम में हराम है. शरीयत इसके लिए मना करती है. डीजे पर शराब पीकर नाचते हैं और हुड़दंग मचाते हैं. देर रात डीजे से आसपास में रहने वाले लोगों को भी परेशानी होती है. बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं.
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