Mobile recovery. अगर आपका मोबाइल (Mobile) कहीं गिर गया है या फिर गायब हो गया तो आपको अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है. मध्य प्रदेश में गायब हुए मोबाइल को रिकवर करने और असली मालिक तक पहुंचाने का अभियान चल रहा है.  इसके लिए पीड़ित व्यक्ति को मोबाइल के बिल की छाया पति के साथ संबंधित जिले की साइबर सेल (cyber cell) पर आवेदन देना पड़ेगा. 


अब तक कराए जा चुके हैं 119 मोबाइल रिकवर
मध्य प्रदेश में कई सालों पहले साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए सभी जिलों में साइबर सेल का गठन किया गया था.  यह साइबर सेल साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों को पकड़ने का काम ही नहीं करती है बल्कि गुम हुए मोबाइल को असली मालिकों तक पहुंचाने का कार्य भी बखूबी निभा रही है.


उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि जिले के अलग-अलग इलाकों से मोबाइल गुम होने के आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसके आधार पर साइबर सेल को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए. साइबर सेल ने 119 मोबाइल रिकवर कर लिया है जिनकी कीमत ₹1190000 के आसपास है.


सोमवार को सभी पीड़ित लोगों को पुलिस कंट्रोल रूम बुलाकर उन्हें गुम हुए मोबाइल सौंप दिए गए. पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक साल 2021 में 3300000 रुपए ज्यादा कीमत के मोबाइल पीड़ितों तक पहुंचाए गए हैं. इन मोबाइल की संख्या ढाई सौ के आसपास थी. इसी तरह इस साल भी गुम हुए मोबाइल को रिकवर करने का काम तेजी से चल रहा है.  गौरतलब है कि 3 दिन पहले देवास एसपी डॉक्टर शिवदयाल सिंह ने भी तीन दर्जन मोबाइल फोन असली मालिकों तक पहुंचाए थे.


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बिल और डिटेल के साथ देना पड़ेगा आवेदन
मोबाइल गुम होने पर पीड़ित व्यक्ति को अपने नाम, पता और मोबाइल के बिल की छाया प्रति के साथ एक आवेदन हस्ताक्षर करने के बाद साइबर सेल को देना पड़ेगा. साइबर सेल उस मोबाइल को सर्विलांस पर डालकर पता लगाएगी. यदि मोबाइल एक्टिव हुआ तो उसे रिकवर कर असली मालिक तक पहुंचा दिया जाएगा. इस कार्य में थोड़ा वक्त जरूर लगता है लेकिन एक्टिव मोबाइल रिकवर हो जाता है.


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