Madhya Pradesh News: दीपावली पर्व नजदीक है. ऐसे में सीहोर में खाद्य और औषधी प्रशासन विभाग की ओर से काफी सुस्त देखने को मिल रही है, जिसके कारण जिलेभर में दूषित खाद्य सामग्री विक्रय पर रोक नहीं लग पा रही है. शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी अनेक किराना और होटल व्यवसायी है, लेकिन जांच के अभाव में किसी को भी डर नहीं है. मिलावटी मिठाई और खाद्य वस्तुएं बाजार में बिक रही हैं, जो लोगों के सेहत बिगाड़ रही है.
जिले में इन दिनों बाजारों में मिलावटी उत्पाद का विक्रय तेजी से हो रहा है, मिठाई, नमकीन के अलावा किराना दुकानों पर मिलावटी सामान के विक्रय पर प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम रहा है. जिले में अनेकों स्थानों पर नकली मावा, नकली घी, तेल, बेसन, डब्बा बंद उत्पाद जो कई दिनों पहले की पैकिंग रहते हैं, बिक रहे हैं. अनेकों स्थानों पर नमकीन के कारखाने संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें गुणवत्ताहीन तेल, बेसन का उपयोग होता है. जिम्मेदार विभाग इस ओर ध्यान नहीं देता और यह मिलावटी उत्पाद बाजारों में धड़ल्ले से विक्रय हो रहा है.
मिलावटखोर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, तो वहीं मिलावटी खाद्य पदार्थ से अनेकों बीमारियां जन्म ले रही हैं. कोरोना से अभी कई मरीज उभर भी नहीं पाये थे. वह अब मलेरिया और डेंगू जैसे रोग ने पैर पसार लिये. इसी के साथ पेट के मरीज भी बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं. अस्पतालों के ओपीडी में इन दिनों अधिकांश मरीज बुखार और पेट रोग से संबंधित आ रहे हैं.
जिले में बड़ी संख्या में खाद्य विक्रय संस्थान होने के बाद भी ड्रग विभाग धीमी रफ्तार से नमूने ले रहा है, जिसका फायदा मिलावटखोरों को मिल रहा है. विभाग की माने तो मिलावटखोरी रोकने के लिए जिले में चार ड्रग निरीक्षक सक्रिय हैं. सीहोर और इछावर जहां एक निरीक्षक काम देख रही हैं, वहीं आष्टा जैसी बड़ी तहसील में एक ही निरीक्षक काम देख रही है. उसी का लाभ दुकानदार उठा रहा है. सीहोर शहर में होटल या किराने की सैकड़ों दुकानें हैं. वहीं, इछावर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसे बड़े कस्बे हैं, जहां छोटे छोटे बाजार बन गये हैं. इन दुकानों पर किसी तरह का अंकुश लगाने के लिए कोई अधिकारी काम नहीं देख पा रहा है. विभाग की एक बड़ी लापरवाही यहां देखने को मिल रही है. पूर्व में मिलावटखोरी करने वाले कुछ व्यापारियों को रासूका लगाकर जेल भेजा गया था और इनके संस्थानों को प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन अब यह संस्थान बिना किसी रोकटोक के अपने अपने उत्पाद बेच रहे हैं और ड्रग विभाग ने अभी तक इनकी दुकानों के उत्पाद के सैंपल नहीं लिए है.
खाद्य एवं औषद्यी प्रशासन अधिकारी भावना ठाकुर कहती है कि दीपावली त्यौहार को देखते हुए टीम पिछले एक सप्ताह से सक्रिय है. टीम जिलेभर की होटलों, रेस्टोरेंट व मिठाइयों और नमकीन की दुकानों पर पहुंचकर खाद्य सामग्रियों के नमूने ले रही है. सीहोर शहर से 13, आष्टा से 6, बुदनी में 7, इछावर में 3 और नसरूल्लागंज में 9 नमूने जांच के लिए गए हैं.
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