CDS Bipin Rawat Death: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी, जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी. जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का परिवार फिलहाल सदमाग्रस्त है. जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत के भाई यशवर्धन सिंह (55) ने बार-बार उन्हें याद कर भावुक हो जाते हैं.
उन्होंने कहा कि 40 साल से अधिक के अपने लंबे सैन्य करियर में और देश की लंबाई और चौड़ाई को पार करते हुए, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत जरूरी दौरों के अलावा कभी भी उनके साथ आधिकारिक दौरों पर नहीं गईं थीं. "दुर्भाग्य से, इस बार, वह उनके साथ थी."
मधुलिका रावत एमपी के सोहागपुर राजघराने से ताल्लुक रखती थीं. उनके पिता कुंवर मृगेंद्र सिंह 1967 और 1972 में शहडोल के कोतमा निर्वाचन क्षेत्र से दो बार के कांग्रेस विधायक रहे थे. उनके छोटे भाई यशवर्धन ने बताया कि जनरल रावत और मधुलिका ने 1986 में शादी की थी. रावत उस समय प्रसिद्ध 5/11 गोरखा राइफल्स में एक कप्तान थे - जिस इकाई में उनके पिता ने सेवा की थी, और जिसे बाद में उन्होंने कमान दी थी.
जनरल रावत का अपनी सास प्रभा से काफी मजबूत रिश्ता था
यशवर्धन ने बताया कि जनरल रावत भोपाल से लगभग 500 किमी पूर्व में शहडोल में नियमित रूप से अपने ससुराल जाते थे, और उन्होंने 2012 में अपनी सास प्रभा सिंह और अन्य रिश्तेदारों के साथ वहां कुछ सुखद दिन बिताए थे. उन्होंने अपनी मदर-इन लॉ के साथ एक स्ट्रॉंग बॉन्ड शेयर किया था.
यशवर्धन बताते हैं कि उनकी मां प्रभा 82 वर्ष की है, और परिवार ने उन्हें इस दुखद दुर्घटना के बारे में घंटों तक नहीं बताया हालाँकि, उन्हें पता चल गया. यशवर्धन ने बुधवार शाम भोपाल में कहा, "हमने अपनी मां के कमरे में टेलीविजन बंद कर दिया ताकि उन्हें दुर्घटना की खबर न मिले." उन्होंने कहा, 'अधिकारी भी मेरी मां के साथ कॉर्डिनेट करने के लिए शहडोल पहुंच रहे हैं और वह संभवत: गुरुवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगी.
जनवरी 2022 में बहन और जीजा ने किया था मिलने का वादा
टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 55 वर्षीय यशवर्धन ने बताया कि, “हमें सेना से दुर्घटना के बारे में सूचना मिली थी. उसके बाद हमने शाम को उनसे संपर्क किया. मैं अपनी बेटी बांधवी सिंह के साथ भोपाल में शूटिंग अकादमी गया था, जो एक राष्ट्रीय निशानेबाज है. 2012 में मेरे जीजा और बहन ने आखिरी बार शहडोल का दौरा किया था. लगभग 10 दिन पहले, हमारी अच्छी बातचीत हुई और उन्होंने जनवरी 2022 में हमसे मिलने का वादा किया था.”
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