Dhirendra Krishna Shastri News: मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों को दशहरा पर्व की बधाई दी. इस दौरान उन्होंने अपने अनूठे अंदाज में भक्तों को दशहरे पर्व का महत्व बताया. उन्होंने लोगों से कहा, रावण को मारने और जलाने से कुछ नहीं होगा, जब तक कि आप अपने भीतर के राम को आप नहीं जगाओगे. 


दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वो श्रद्धालुओं से पूछ रहे हैं कि क्या रावण जल गया? इसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि वे मैदान में जलने वाले रावण की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि लोगों के भीतर के रावण की बात कह रहे हैं. उन्होंने कहा, यदि मन के अंदर का रावण नहीं जला है तो फिर दशहरे का कोई मतलब नहीं है. 


पंडित धीरेंद्र शास्त्री वीडियो में कह रहे हैं कि "दशहरा सही मायने में वही लोग मानेंगे, जो अपने भीतर के रावण को खत्म करेंगे. लोग कहते हैं रावण को जलाओ, मारो और बुराई को खत्म करो, लेकिन वे रावण को मारने और जलाने की बात नहीं कहते हैं, बल्कि अपने भीतर के राम को जगाने की बात कहते हैं. यदि भीतर का राम जाग जाएगा तो फिर रावण का अपने आप ही अंत हो जाएगा."


जल्द निकालेंगे 'हिंदू जोड़ो यात्रा'
बता दें पंडित धीरेंद्र शास्त्री 21 नवंबर से 31 नवंबर तक 160 किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे. वे 20 किलोमीटर प्रतिदिन चलेंगे. इस यात्रा को 'हिंदू जोड़ो', 'हिंदू एकता पदयात्रा' का नाम दिया गया है. दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर्ची निकालकर लोगों की समस्या का समाधान करने का दावा करते हैं. कुछ ही सालों में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के देश भर में लाखों भक्त बन गए हैं. वे लगातार अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहते हैं. 


'रील वाली जिंदगी में रियल खोजना कठिन'
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हाल ही में सुविचार के नाम पर एक स्लोगन भी दिया था, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने लिखा था कि "रील वाली जिंदगी में रियल खोजना कठिन हो गया है". इस सुविचार से उन्होंने इशारों ही इशारों में रील बनाने वालों को भी संदेश दे दिया है.



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