Indore Ravan Dahan 2022: इस बार दशहरे पर गायों में होने वाले बीमारी याने लंपी वायरस का असर दिख रहा है. ये ही वजह है कि इस वर्ष इंदौर के नगर निगम रोड़ पर होने वाले रावण दहन के दौरान एक ऐसे मुद्दे पर फोकस किया गया है. जिसके चलते देशभर के अलग-अलग राज्यों में हजारों गायों की मौत हो गई. गाय को हिंदू धर्म में माता के तरह पूजा जाता है. जिन पर लंपी वायरस का खतरा है. इंदौर में लंपी वायरस को देखते हुए इस बार लंपी रुपी रावण का दहन किया गया. 


25 सालों से किया जा रहा आयोजन
आयोजको ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया जाता है. इंदौर की संस्था सूर्य मंच के अध्यक्ष सन्नी पठारे ने बताया कि विजयदशमी पर्व पर बुराई के प्रतीक रावण का दहन हर साल की तरह इस साल भी किया जा रहा है और संस्था द्वारा बीते सालों में आसाराम, कसाब, नवाज शरीफ, कोरोना जैसे बुराई के प्रतीकों का दहन किया जा चुका है.वहीं इस बार लंपी वायरस की बुराई को ध्यान में रखते हुए 51 फीट का रावण जलाया गया. रावण के पुतले में बकायदा लंपी वायरस के लक्षण भी दिखाई दिए. वहीं लंपी वायरस के चलते होने वाले दानेदार फुंसियां और फफोले भी रावण पर बने थे.


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लंपी वायरस रुपी रावण का हुआ अंत
संस्था सूर्य मंच के संयोजक सन्नी पठारे ने बताया कि हम वर्षों से दशहरे पर रावण दहन की जगह सामाजिक बुराईयों, अत्यचारियों, दुराचारियों, बुलात्कारियों का रावण बनाकर दहन करते आए हैं. चूंकि इस बार लंपी वायरस जैसे गंभीर बीमारी को हमने सामाजिक बुराई माना है, इसलिए इस वर्ष लंपी वायरस रूपी गौ-हत्यारे रावण का दहन पूर्व राज्यमंत्री महामंडलेश्वर श्री राधे-राधे बाबा जी द्वारा वैक्सीन रूपी मशाल से किया गया. इंदौर के श्रीकृष्ण टाकीज के सामने नगर निगम रोड़ पर लंपी वायरस रूपी रावण का दहन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.


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