MP News: उज्जैन पुलिस ने जब क्रिकेट का सट्टा कर रहे कुछ बदमाशों को जून 2024 में पकड़ा तो उनके पास से करोड़ों की नगदी और क्रिकेट सट्टेबाजी से जुड़े लोगों के नाम सामने आए. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने क्रिकेट और टेनिस की सट्टेबाजी में शामिल लोगों के घरों पर छापा मारना शुरू किया. इसी कड़ी में इंदौर के संजय अग्रवाल के घर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई. अग्रवाल के लॉकर में 3 करोड़ 35 लाख का सोना पाया गया है.
उज्जैन एसपी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि जून 2024 में क्रिकेट के सट्टे के बड़े अवैध कारोबार की शिकायत मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने छापा मार कर पीयूष चोपड़ा और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद आरोपी पीयूष के बताए गए ठिकाने से करोड़ों रुपये की नगद राशि भी बरामद की गई थी.
'संजय अग्रवाल का भी नाम आया था सामने'
उन्होंने कहा कि पीयूष चोपड़ा के क्रिकेट के तार इंदौर से भी जुड़े हुए थे. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जब करोड़ों रुपये की नकदी का मामला सामने आया तो प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी. बताया जाता है कि पीयूष चोपड़ा के घर से विदेशी करेंसी भी मिली थी. इसके बाद पूछताछ के दौरान इंदौर के कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री का नाम सामने आया.
गोलू अग्निहोत्री के घर छापा मार कर करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता लगा लिया गया. इसी कड़ी में संजय अग्रवाल का भी नाम सामने आया था. अब संजय अग्रवाल के लॉकर से 3 करोड़ 35 लाख रुपये का सोना बरामद किया गया है. ईडी ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस बात की पुष्टि की है.
करोड़ों का सोना क्यों रखते थे सट्टेबाज?
सटोरियों का कारोबार मध्य प्रदेश और भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फैला हुआ था. इसी के चलते कई सट्टेबाजों के पास से अक्सर विदेशी करेंसी भी बरामद होती है. क्योंकि सोने की इंटरनेशनल वैल्यू है, इसलिए सट्टेबाजों किसी भी आपातकालीन स्थिति में देश छोड़कर बाहर भागने और पैसे के लेनदेन में सोने का इस्तेमाल करते आए हैं.
पुलिस की पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि काफी कम जगह में करोड़ों का सोना रखा जा सकता है. जबकि करेंसी रखने में अधिक स्थान की आवश्यकता होती है. यह भी सट्टेबाजों के सोना रखने का बड़ा कारण है.
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