MP Elections 2023: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में सागर जिले के राहतगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. गोविंद सिंह राजपूत सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे है. इस बीच कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तंखा ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि, निष्पक्ष चुनाव के लिए गोविंद सिंह राजपूत को निषेध करने की विधिवत चेतावनी देनी चाहिए.
दरअसल, सांसद विवेक तंखा ने सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म 'X' पर ट्वीट करते हुए कहा कि, "चुनाव आयोग द्वारा मंत्री गोविंद राजपूत पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज करना स्वागत योग्य है. उच्चतम वोट दिलाने वाले बूथ को 25 लाख रुपये का लालच देकर वोट खरीदने का मामला संगीन आरोप है. चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव के लिए राजपूत को निषेध करने की विधिवत चेतावनी देनी चाहिये."
राहतगढ़ थाने में मामला दर्ज
बता दें कि, सागर जिले की सुरखी विधानसभा के बीजेपी प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे प्रचार के दौरान एक गांव में लोगों को 25 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा करते दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद बीजेपी प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के मामले में रिटर्निंग अधिकारी सुरखी के प्रतिवेदन के आधार पर राहतगढ़ थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है. कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने बताया कि, शिकायतकर्ता द्वारा भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली एवं मप्र के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी सागर को शिकायत की गई थी.
25 लाख रुपये देने की बात कही
इस मामले में शिकायत की जांच कराई गई. जांच प्रतिवेदन के आधार पर आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन होना पाया गया है, जिस पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया गया है. सुरखी के बीजेपी प्रत्याशी राजपूत का एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था. वीडियो राहतगढ़ क्षेत्र के ग्राम हिरनखेड़ा का कुछ दिन पुराना बताया जा रहा है. वीडियो में प्रत्याशी राजपूत गांव में लोगों के बीच बैठकर बात कर रहे हैं, जिसमें वह कह रहे हैं कि हाथ जोड़कर निवेदन है कि एक-एक वोट कमल के फूल को देना है. इस बार हमने घोषणा की है कि, जो कोई फर्स्ट आएगा उसे 25 लाख रुपये की राशि देंगे.इसी वीडियो के आधार पर निर्वाचन आयोग में शिकायत की गई थी.