मध्य प्रदेश सरकार के स्वामित्व वाली बिजली कंपनियों के कर्मचारी और इंजीनियर आज से अपनी पांच सूत्रीय मांग को लेकर कार्य बहिष्कार आंदोलन करेंगे. महंगाई भत्ते के बकाया का 50 प्रतिशत भुगतान और अक्टूबर के वेतन में वेतन वृद्धि राशि का भुगतान करना प्रमुख मांग के तौर पर शामिल है. वहीं दूसरी मांगों में संविदा इंजीनियरों और कर्मचारियों को भत्ता और आउटसोर्स आधार पर लगे कर्मचारियों को दिवाली के पहले अक्टूबर महीने के वेतन के साथ बोनस का भुगतान और वेतन वृद्धि और महंगाई भत्ते का लाभ दिया जाना शामिल है.


"अब तक नहीं हुई कार्रवाई"
मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (एपीयूएफपीईई) के बैनर तले आंदोलन हो रहा है. फोरम का कहना है कि पहले ही प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव के साथ बैठकों में अपनी यह मांगे रख चुका है जहां आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. MPUFPEE सरकारी बिजली कंपनियों के इंजीनियरों और कर्मचारियों के 11 संघों का एक संयुक्त मंच है.


35 हजार बिजलीकर्मी हड़ताल पर
इस आंदोलन में करीब 35 हजार बिजली कर्मियों ने स्ट्राइक की चेतावनी दी है. इस स्ट्राइक में कंपनी के अधिकारी, इंजीनियर, कर्मचारी और संविदा कर्मी शामिल हैं. ये हड़ताल किसी जगह पर इकट्ठे होकर नहीं होगी बल्कि ये सभी कर्मचारी अपने ऑफिस नहीं पहुंचकर हड़ताल कर रहे हैं. 


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