मध्य प्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन जारी है. ताजा मामला मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भिंड में तैनात जूनियर इंजीनियर का है. बिजली बिल का भुगतान करने के बाद भी चोरी मामले में फंसाने की धमकी देकर पीड़ित से पचास हजार रुपये की मांग की जा रही थी. निजी अस्पताल के संचालक आशुतोष शर्मा का कहना था कि बकाया बिल अदा कर दिया गया है. इंजीनियर अरुण सैनी मामला तय करने की जिद पर अड़ा रहा. इंजीनियर अरुण सैनी के खिलाफ ईओडब्ल्यू ग्वालियर को शिकायत फरियादी ने कर दी. शिकायत सही पाए जाने पर ईओडब्ल्यू ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया.


बिजली चोरी में फंसाने की धमकी देकर उगाही 


पीड़ित से घूसखोर अरुण सैनी की बातचीत का रिकॉर्ड करने को कहा गया. फरियादी आशुतोष शर्मा का कहना है कि 26 सितंबर को बिजली विभाग के जेई अरुण सैनी ने बिजली बिल बकाया की बात कही थी. करीब 1 लाख 24 हजार क्लियर करने के बाद भी चोरी का मामला दर्ज कराने की धमकी देकर घर पर मिलने को बुलाया. घर नहीं जाने पर एक लड़के को भेजा गया और 50 हजार की डिमांड की गई. पीड़ित ने 50 हजार देने पर रजामंदी जाहिर की. तय प्लान के मुताबिक आज बिजली विभाग ऑफिस में टीम ने धावा बोलकर जूनियर इंजीनियर अरुण सैनी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. कार्रवाई के वक्त अरुण सैनी फरियादी आशुतोष शर्मा से पचास हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था. 


Congress President Elections: कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल हुए दिग्विजय सिंह, बताया कब दाखिल करेंगे नामांकन


विद्युत वितरण कंपनी का इंजीनियर गिरफ्तार


ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह कुशवाह का कहना है कि फरियादी ने आवेदन दिया था. आवेदन में मध्य प्रदेश विद्युत मंडल भिंड के जेई अरुण सैनी पर बिजली चोरी मामले में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. आवेदन के आधार पर आज आरोपी को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है. रिश्वत लेने के बाद मौके पर इंजीनियर का हाथ धुलवाया गया. पचास हजार रुपये के नोटों का बंडल हाथ में लेने के चलते लाल रंग निकलने लगा. हाथ से लाल रंग निकलने पर साबित हो गया कि पचास हजार रुपये रिश्वत में लिए गए हैं.  ईओडब्ल्यू की टीम गिरफ्तारी के बाद अब आगे की कार्यवाही में जुट गई है. 


MP News: एक अक्टूबर से खुलेंगे एमपी के नेशनल पार्क, पर्यटक कर सकेंगे टाइगर्स का दीदार