Jitu Patwari Interview: मध्य प्रदेश में ठीक आठ महीने बाद नई सरकार बनने जा रही है. नई सरकार कांग्रेस की बनेगी या भाजपा की, यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन दोनों ही पार्टियों के अपने अपने दावे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से क्या कांग्रेस को 2023 के विधानसभा चुनाव में नुकसान होगा? शिवराज सरकार को हटाने के लिए कांग्रेस के पास क्या मास्टर प्लान है? कांग्रेस यंग ब्लड को आगे क्यों नहीं कर रही? इन तमाम सवालों को लेकर ABPLIVE ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के चर्चित नेता जीतू पटवारी का इंटरव्यू किया. आप भी पढ़िए उन सवालों का पटवारी ने किस अंदाज में जवाब दिया.


1. विधानसभा के बजट सत्र से आपको निलंबित किया गया. सदन में आपके साथियों ने इसपर चर्चा का प्रस्ताव क्यों नहीं रखा? नरोत्तम मिश्रा सदन में इस बात को बोल चुके हैं.


जवाब: बात ये है कि जिस तरीके से एक चुने हुए जनप्रतिनिधि को विधानसभा से निलंबित किया गया क्या यह ठीक है? बस सवाल पूछे जाने पर यह सब किया गया. सवाल तो भाजपा से पूछा जाना चाहिए. शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा से सवाल बनता है. मध्य प्रदेश में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को पांच साल में 9 करोड़ का खाना खिला दिया. भाषण देने और इवेंट करने में पैसा खर्च किया जा रहा है. 'स्वर्णिम मध्य प्रदेश' बनाने की बात की गई थी और 'कर्जा मध्य प्रदेश' बना दिया गया. यह सवाल पूछने पर मेरे पर कार्रवाई की गई. मध्य प्रदेश का हर व्यक्ति कर्जे में है. हमारी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई, क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष ने निष्पक्षता नहीं अपनाई. जिस निष्पक्षता की बात सोची गई थी वो दिखी नहीं. निलंबन खत्म करने के लिए मुझे खेद व्यक्त करने के लिए कहा गया था. इसकी जरूरत ही नहीं थी. गलती हो तो खेद व्यक्त करता. यही मुख्यमंत्री थे जिन्होंने कहा था कि किसान हमारे लिए भगवान हैं. मुख्यमंत्री ने किसान की तुलना ईश्वर से की थी, लेकिन जब किसानों के साथ न्याय करने की बात आई तो उनसे मुंह फेर लिया. मंदसौर में यही मुख्यमंत्री था जिसने छह-छह किसानों को गोलियों से भून दिया था. एनसीआरबी के आकड़ें बताते हैं कि सबसे ज्यादा किसानों के आत्महत्या के मामले मध्य प्रदेश से ही आते हैं. मेरे सवाल अच्छे नहीं लगे तो निलंबन किया गया. अगर माफी मांग लेता तो निलंबन समाप्त था. किसान की बात करना कोई गलती नहीं है. निलंबन क्या, अगर किसानों के लिए बर्खास्त भी किया गया तो वो भी मंजूर है.


2. पिछले दिनों आपने कहा कि 'मैं बीजेपी वालों का दुश्मन नहीं हूं. मेरी क्या दुश्मनी है शिवराज से'. सवाल ये है कि बीजेपी पर आक्रामक रहने वाले पटवारी अचानक नरम क्यों पड़ गए?


जवाब: देखिए, राजनीतिक जीवन में किसी से कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. यहां न्याय के लिए और विचारों की लड़ाई है. भाजपा हमारे खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाती है तो उसका भी जवाब दिया जाता है. मैं एक अच्छा राजनीतिक कार्यकर्ता हूं. भाजपा ने प्रदेश को कैसा बना दिया है. 4 लाख करोड़ का कर्जा है. इस बात को विपक्ष नहीं उठाएगा तो कौन उठाएगा. भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं का ध्यान रखना चाहिए. बीजेपी को जिन्होंने वोट किया, वो भी दुखी और परेशान हैं. बीजेपी का कार्यकर्ता जो मेरा इंटरव्यू सुनेगा, उसका बेटा बेरोजगार है, खून के आंसू रोता है. ऐसा मध्य प्रदेश बना दिया, जहां 79 प्रतिशत किसान कर्जदार हैं. ऐसा किसान जो भाजपा को वोट देता है, जिताता है, उसका पिता कर्जदार है. उसके पिता की ​जमीन बिक रही है. ऐसे में क्या एक भावनात्मक अपील नहीं करूं. आप वोट देते हो तो प्रदेश की हालात ये है.



3. जमीन क्या कमलनाथ और दिग्विजय सरकार के कार्यकाल में नहीं बिक रही थी? क्या किसान पहले कर्जदार नहीं था?


जवाब: जो दिग्विजय सिंह की बात आपने की वो 25 साल पहले की बात है. मैं तब बहुत छोटा था. कमलनाथ आए थे डेढ़ साल के लिए. इस दौरान उन्होंने साढ़े 11 हजार करोड़ रुपये किसानों के कर्ज माफ किए. किसानों का ध्यान रखा. किसानों को खाद कम न मिले इसके लिए सरकार ने पूरा ख्याल रखा. उनकी पूरी मदद की गई. महंगाई के कारण किसानों की लागत बढ़ गई है. उन्हें सपोर्ट करने की जरूरत है. यह लड़ाई भाजपा और कांग्रेस की नहीं है. मुद्दा देश के किसानों और मध्य प्रदेश के किसानों का है. सरकार किसी की भी हो न्याय करना होगा.


4. बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ की सरकार अपने वादे से मुकर गई थी? जैसे किसानों की कर्ज माफी का वादा आदि.


जवाब: हमने नीतिगत मामले को ठीक किया. सरकार आते ही पहले ही दिन किसानों की कर्ज माफी की गई. दूसरा जब किसान के कर्ज माफी प्रक्रिया शुरू हुई तो उस दौरान किसानों के कई मामले फर्जी दिखे. इसके लिए सरकार ने पूरा आडिट किया. कई किसान कई बार कर्ज ले चुके थे. उसकी ऑडिटिंग के बाद हजारों करोड़ रुपये बचाया गया. भाजपा तो मध्य प्रदेश को गरीब बना रही है. पैसे को लुटा रही है. भाजपा के ही मंत्री ने सदन में बताया कि 27 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ. सरकार नहीं जाती तो वो भी बकाया दो महीने में पूरा हो जाता, जो कहा वो किया. पेंशन को 600 रुपये किया. किसानों को बिजली फ्री किया था. 


5. मध्य प्रदेश से कांग्रेस की सरकार जाने की आपको कसक है क्या?


जवाब: क्यों नहीं होगी? सरकार जब जनता ने बनाकर दी, जनता को हम पर भरोसा था. लेकिन क्या कारण था, धन के बल पर मध्य प्रदेश की सरकार गिराई गई. यह सभी जानते हैं. 50-50 करोड़ रुपये विधायकों को दिए गए. उन्हें खरीदा गया. देश की सरकार ने पूरा धनबल उपयोग किया था.


6. जो लोग छोड़कर गए उन्हें कहा गया कि आप सड़क पर उतर जाइए? तो क्यों नहीं जाएंगे छोड़कर.


जवाब: सब बात कार्यकर्ता को अच्छी लगे यह संभव नहीं है. मीडिया ने जो ये बात बताई वो पूरी तरह सच नहीं है. जिन्होंने कहा था कि हम तो सेवा करने आए थे. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री का पद लिया और सभी को फिर से मंत्री बनाया. सब साफ है. उनको प्रोटेक्ट नहीं करना चाहिए.


7. कांग्रेस में बुजुर्गों का बोलबाला है? क्या ऐसा नहीं है कि दिग्विजिय सिंह और कमलनाथ ने मिलकर सिंधिया को किनारे कर दिया था?


जवाब: देखिये बुजुर्गों के अनुभव का लाभ लेना चाहिए. पीएम मोदी की क्या उम्र है? क्या उन्हें राजनीति छोड़ने के लिए कह दिया जाए? कांग्रेस की नीति यह है कि बुजुर्गों के अनुभव का लाभ लेना. जहां तक बात कमलनाथ की है तो वो विश्व के नेता हैं. उन्हें पीएम मोदी से ज्यादा अनुभव है. कमलनाथ ने जितने मंत्री बनाए थे सब यंग थे. लगभग 80 प्रतिशत मंत्री यंग थे. बात उम्र की नहीं है, बल्कि काम की है. 


8. सचिन पायलट के पास पिछले 4 सालों से कोई पद नहीं है? क्या कहना चाहेंगे?


जवाब: हर प्रदेश में अपनी अलग-अलग परेशानी है. कांग्रेस पार्टी तो विश्व की अकेली पार्टी है जहां युवाओं को आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है. ट्रांसफॉर्मिग होती है. थोड़ा समय लगता है. बात जीतू पटवारी या सचिन पायलट या एक्स, वाई और जेड की नहीं है. समय लगेगा. हमारी पार्टी फॉर्मेट बना चुकी है. सारी बातें टीवी के फोरम पर नहीं की जा सकती है. हम समय-समय पर जानकारी देंगे. 


9. जीतू पटवारी 2018 में बहुत कम वोटों से चुनाव जीते थे? उस जिले के तमाम कांग्रेस के नेता अब बीजेपी में है? कैसे तय होगा आगे का सफर? 


जवाब: सार्वजनिक जीवन में पब्लिक के मैंडेड को मानना होगा. देश बचाने की बात चल रही है. अब इस लोकतंत्र में संकट है. सबकी जिम्मेदारी लोकतंत्र को बचाने की है. हम सब मिलकर लोकतंत्र को बचाने में लगे हैं. ईवीएम पर भी लोगों का विश्वास उतरता जा रहा है. आखिर क्या हो रहा है जिसकी वजह से लोग सरकार और मीडिया पर आरोप लगा रहे हैं. चुनाव जीतने से बड़ा लोकतंत्र बचाना है. 


10. क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से कांग्रेस कमजोर हुई है या मजबूत? 


जवाब: ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से कांग्रेस मजबूत हुई है. इसका परिणाम इस बार के चुनाव में दिखेगा. इस बार 150 सीट से ऊपर कांग्रेस चुनाव जीतेगी. जनता की सरकार बनेगी. अब शिवराज के चेहरे से लोग ऊब गए हैं. भाजपा के ही लोग शिवराज को हटाना चाहते हैं. बहुत हो गया. लोग अब जनता की सरकार चाहते हैं.


11. भाजपा का दावा है कि उनकी कई योजनाएं हैं जो सरकार की वापसी करवा देंगी?


जवाब: देखिए, मध्य प्रदेश में 20 साल से शिवराज की ही सरकार है न. फिर क्यों लोग उदास हैं. चुनाव में लाड़ली बहना योजना क्यों याद आई? बहना के बहाने जीजाओं को जेल भेज रहे हो. अगर राहत देनी ही है तो गैस की टंकी 100 रुपये क्यों नहीं कर देते. गैस की टंकी पर मंगाई की मार कर देंगे. शिवराज चौहान से मैं पूछना चाहता हूं कि बहना से प्यार करते हैं तो उन्हें गैस सिलिंडर सस्ती दरों पर दें तो उनका स्वागत होगा. अन्यथा मूर्ख बनाकर वोट लेने का काम कर रही है.


12. जब कमलनाथ की सरकार गिर रही थी तो जीतू पटवारी अटैकिंग मोड पर थे? अब नरमी क्यों हैं? 


जवाब: मेरा कोई दुश्मन नहीं है. मैं विपक्ष का नेता हूं. शिवराज सिंह से मैं कहना चाहता हूं कि गेंहूं का रेट 3000 हजार करिए. वरना जनता सबक सिखाएगी.


13. गुड़गांव और बेंगलुरु आप गए थे? क्या हुआ था उस समय. जरा बताइए? 


जवाब: बात तो पुरानी हो गई है लेकिन 50 करोड़ रुपये, 30 और 20 करोड़ रुपये पब्लिक फोरम पर है. लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए. गुड़गांव की बात पुरानी हो गई है. वहां पर एक होटल है जहां से कई सरकार गिराई गई है. केंद्र सरकार की मंसा और केंद्रीय मंत्री के शामिल होने पर सरकार गिराई गई हैं. शिवराज सिंह चौहान ने खुद इस बात को बताया था. बड़ा खतरनाक माहौल था. वहां हत्या भी हो सकती थी. बाद में विधायक को हम साथ लाए थे. 100 कारण हो सकते हैं. अब तो नई सरकार आने वाली है.


14. पिछले दिनों उमा भारती ने शराब भट्ठियों के खिलाफ आंदोलन किया और अब फूल बरसाए गए? क्या कहना है आपका.


जवाब: बात यह है कि उमा भारती बहुत बुजुर्ग नेता हैं. मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं. वो जो बोलती है फिर बात से पलट जाती हैं. साध्वी हैं और मेरे माता-पिता के उम्र के बराबर की हैं और अब बात पलट गई है.


15. जीतू पटवारी की कमलनाथ से कब बात हुई थी और क्या कमलनाथ के बाद जीतू पटवारी अगले सीएम फेस होंगे? 


जवाब: कमलनाथ हमारे नेतृत्वकर्ता हैं. उनकी अगुवाई में सरकार बनेगी. मैं एक अच्छा विधायक बनना चाहता हूं. कमलनाथ को सीएम बनाने के लिए मैं वोट करना चाहता हूं.