Ujjain News: फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस की तर्ज पर मध्य प्रदेश से एक मामला सामने आया है. यह मामला बहुचर्चित महाविद्यालय माधव कॉलेज का है, जहां बीकॉम द्वितीय वर्ष की परीक्षा में फर्जी छात्र बैठा हुआ था.


भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की ओर से सोमवार को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति से शिकायत की गई थी कि माधव महाविद्यालय में पंकज मालवीय नामक बीकॉम तृतीय वर्ष के छात्र के स्थान पर फर्जी विद्यार्थी परीक्षा दे रहा है. इसी शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय ने एक  फ्लाइंग स्कवायड बनाकर माधव कॉलेज भेजा. जब माधव कॉलेज में जांच पड़ताल की गई तो शिकायत सही निकली.


पंकज मालवीय नामक छात्र के स्थान पर दूसरा छात्र हर्ष मराठा परीक्षा देते हुए पकड़ा गया. इसके बाद जीवाजीगंज थाना पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी छात्र हर्ष को पकड़ने की कोशिश की मगर इसके पहले ही वह फरार हो गया. इस पूरे मामले को लेकर छात्र संगठनों ने प्राचार्य को भी कटघरे में खड़ा कर दिया. छात्र संगठनों का कहना है कि प्राचार्य खुद मुख्य द्वार पर प्रवेश पत्र जांचने के बाद ही परीक्षा में विद्यार्थियों को प्रवेश देते हैं. 


एनएसयूआई का आरोप, प्राचार्य ने दी सफाई


एनएसयूआई नेता बबलू खींची ने आरोप लगाया कि उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और माधव कॉलेज के प्राचार्य डॉ जी एस बरमैया के संरक्षण में पूरा गिरोह काम कर रहा है. माधव महाविद्यालय में कई विद्यार्थी फर्जी तरीके से दूसरों के नाम पर परीक्षा दे रहे हैं. इस पूरे आरोप के साथ एनएसयूआई ने प्राचार्य को हटाने की भी मांग की है. दूसरी तरफ प्राचार्य ने सफाई देते हो बताया कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय की सक्रियता से फर्जी मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस को भी शिकायत की गई. हालांकि आरोपी छात्र मौके से फरार हो गया.