Ujjain Farmers Market News: गेहूं के सही दाम नहीं मिलने की लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन में किसानों ने मंडी के बाहर चक्का जाम कर दिया. किसानों का आरोप है कि व्यापारी गेहूं को गीला बताकर 1800 रुपए क्विंटल तक खरीद रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ मंडी के अधिकारियों का कहना है कि मंडी में कम से कम 2200 रुपये क्विंटल गेहूं की खरीदी हो रही है. 


मंगलवार (27 फरवरी) को कृषि उपज मंडी में उस समय हंगामा हो गया जब कुछ किसानों ने व्यापारियों द्वारा की जा रही गेहूं की खरीदी का विरोध कर दिया. किसानों ने कहा कि व्यापारी ओने पौने दाम पर गेहूं खरीद कर किसानों को चूना लगा रहे हैं. माकडोन के किसान राधेश्याम ने बताया कि उनके गेहूं को गीला बताकर 1800 से 1900 रुपए क्विंटल तक खरीदने की डिमांड की गई. 


किसानों ने चक्का जाम कर दिया
इसके अलावा कुछ व्यापारी आपस में सांठगांठ कर किसानों का माल कम भाव में खरीद रहे हैं, जबकि नियम अनुसार उनका गेहूं 2700 रुपये प्रति क्विंटल बिकना चाहिए. जब इस बात को मंडी के अधिकारियों के सामने रखा गया तो उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया,  जिसके बाद मंडी के बाहर किसानों ने चक्का जाम कर दिया. किसानों के चक्का जाम करने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और हंगामे को शांत करवाया.


कृषि उपज मंडी के अधिकारियों ने रखा अपना पक्ष
कृषि उपज मंडी के प्रभारी सचिव और कृषि मंडी बोर्ड के उपसंचालक प्रवीण वर्मा ने बताया कि किसानों का आरोप गलत है. उन्होंने यह भी कहा कि कृषि उपज मंडी उज्जैन में 2200 रुपये क्विंटल से कम गेहूं की बिक्री नहीं हुई है. मंगलवार को भी 2300 से 2900 रुपयेप्रति क्विंटल तक गेहूं बिका है.  कुछ लोगों ने गलत अफवाह फैला कर आरोप लगाया है. इस बार गेहूं के दाम पिछले साल की तुलना में अधिक है.


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