Fertilizer Shortage: CM शिवराज के जिले में ही सरकार के दावे फेल, खाद की किल्लत से किसान परेशान, दो बोरी के लिए लगी लंबी कतारें
Fertilizer Crisis: किसानों ने बताया कि हर साल खाद की किल्लत होती है. सरकार तमाम दावे करती है कि खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर सरकार के सारे दावे झूठे ही साबित होते हैं.
Madhya Prdaesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के गृह जिले सीहोर (Sehore) में खाद (fertilizer) के लिए किसान परेशान हो रहे हैं. दो-दो बोरी खाद के लिए किसान घंटों कतार में खड़े होने के लिए मजबूर हैं. एबीपी न्यूज की टीम ने कृषि उपज मंडी स्थित खाद वितरण केंद्र पर पहुंचकर किसानों की परेशानियों को करीब से जाना. किसान बृजमोहन मुरली सोनी ने बताया कि दो-दो बोरी ही खाद मिलना है, लेकिन इसके लिए 30 किलोमीटर दूर से सुबह-सुबह ही घर से निकल गए थे. अब दोपहर हो गई है, लेकिन अब तक खाद नसीब नहीं हो सकी है.
वहीं दोराहा के किसान बनेसिंह परमार ने बताया कि हर साल खाद की किल्लत होती है. सरकार द्वारा तमाम दावे किए जाते हैं कि खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर सरकार के सारे दावे झूठे ही साबित होते हैं. इस बार भी खाद के लिए संकट से जूझना पड़ रहा है. इधर मौसम विभाग ने एक-दो दिन में हल्की बारिश के आसार बताए हैं. बारिश होते ही किसानों को तेजी से रबी फसल के लिए खाद की जरूरत होगी, लेकिन खाद व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम होते नजर नहीं आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री कर चुके हैं समीक्षा
किसानों का कहना है कि मजबूरी में महंगे दामों पर निजी दुकानों से खाद लेने के लिए विवश होना पड़ेगा. इधर एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में बैठक आयोजित की थी. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद खाद व्यवस्था की समीक्षा की थी. अफसरों द्वारा सीएम शिवराज सिंह चौहान को पर्याप्त खाद होना बताया गया था, लेकिन सहकारी केंद्रों पर खाद की लंबी-लंबी लाइन अफसरों के इन दावों की पोल खोल रही हैं.