Dowry Case: मप्र के रायसेन जिले में गैरतगंज की एक बेटी बीते दो साल से स्वाभिमान की लड़ाई के लिए दर-दर भटक रही है. उसने पहले दहेज प्रताड़ना से तंग आकर ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. उसकी आवाज दबाने के लिए उसके पति और ससुर ने नैतिकता की सारी हदें पार कर दी हैं. उसके ससुर पति के साथ उसकी अंतरंग फोटो वायरल करने की धमकी दे रहे हैं. इस तरह से वो उस पर दहेज उत्पीड़न का मामला वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं. इसकी शिकायत करने के लिए पीड़िता को तीन दिन तक पुलिस थाने ओर एसपी ऑफिस के चक्कर काटने पड़े. 


एसपी की फटकार पर पुलिस ने दर्ज किया केस


रायसेन के एसपी की फटकार के बाद गैरतगंज थाना प्रभारी ने उसकी रिपोर्ट लिखी है. यह मामला रायसेन जिले के गैरतगंज का है. स्वाति श्रीवास्तव की शादी तीन साल पहले टीकमगढ़ निवासी सौरभ श्रीवास्तव से हुई थी. उसके ससुर विनीत श्रीवास्तव टीकमगढ़ के आदिम जाति कल्याण विभाग में बड़े बाबू हैं. उन्होंने शादी में आठ लाख रुपये का दहेज लिया था. शादी के एक साल बाद ही वो उससे और दहेज की मांग करते हुए उसके साथ मारपीट करने लगे. 






रोज रोज के तानों से तंग आकर पीड़िता मायके लौट आई. यहां उसने दो साल पहले ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना मारपीट और शारीरिक शोषण की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई. इस मामले की सुनवाई स्थानीय न्यायालय में चल रही है. अब उसके ससुराल वाले अब उस पर समझौता कर मुकदमा वापस लेने का दवाब बना रहे हैं. पीड़िता का आरोप है कि विनीत श्रीवास्तव ने उसके भाई के मोबाइल पर उसकी पति के साथ बेहद  अंतरंग तस्वीरें शेयर कर धमकी दी है कि यदि उसने कोर्ट में मामला वापस नहीं लिया तो उसकी ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दी जाएंगी. इन तस्वीरों को देखकर पीड़िता दंग रह गई. उसने आत्महत्या का प्रयास भी किया. 


टरकाती रही पुलिस


पीड़िता के भाई प्रभांशु श्रीवास्तव ने बताया कि 21 मार्च को उसके मोबाइल पर बहन की जीजा के साथ अश्लील फोटो आई तो मैं दंग रह गया. उसने बहन को पूरी बात बताई. इसके बाद थाने जाकर इसकी शिकायत दर्ज करने के लिए आवेदन दिया. लेकिन विनीत श्रीवास्तव का प्रभाव इतना ज्यादा है कि उसने गैरतगंज के थाना प्रभारी तक को अपने प्रभाव में ले लिया. इस वजह से थाना प्रभारी ने पीड़िता की तक नहीं रिपोर्ट लिखी. इसके बाद 22 मार्च को उन्होंने रायसेन पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर एएसपी अमृत मीणा से मुलाकात कर आवेदन दिया.


एएसपी ने थाना प्रभारी को रिपोर्ट लिखने के निर्देश फोन पर दिए. इसके पीड़ित परिवार रिपोर्ट लिखाने गैरतगंज थाने पहुंचा.वहां पुलिस ने सुबह से दोपहर तक पीड़िता और उसके परिजनों को भटकाया. इस पर पीड़ित परिवार ने रायसेन एसपी विकास शहवाल से फोन पर संपर्क किया. एसपी के हस्तक्षेप पर दोपहर बाद पीड़िता की रिपोर्ट लिखी गई.


अब क्या करेगा पीड़ित परिवार


पीड़िता का आरोप है कि उसने अपने आवेदन में अपने ससुर के मोबाइल नंबर और नाम का जिक्र किया है, लेकिन रिपोर्ट में पुलिस ने ससुर के नाम का उल्लेख नहीं किया है. पुलिस के इस रवैए से नाराज पीड़ित परिवार ने अब महिला आयोग और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिल कर मामले में शीघ्र कार्रवाई और न्याय की गुहार लगाने की योजना बनाई है. वही गैरतगंज थाना प्रभारी महेश तांडेकर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज होने में बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं. 


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