Cheetah in MP: 24 दिन बाद फिर कूनो नेशनल पार्क में लौटी मादा चीता आशा, 19 मई को निकली थी बाहर, इतनी दूर तक जंगल में घूमी
MP News: कूनो नेशनल पार्क के जंगल में रह रही मादा चीता आशा 19 मई को कूनो से बाहर निकल गई थी.इस दौरान आशा पांच दिन तक मोरावन-टिकटोली के बीच रही. इसके बाद आशा 25 मई को वापस शिवपुरी जिले में आ गई थी.
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MP Wildlife: पिछले 24 दिनों से कूनो नेशनल पार्क से बाहर घूम रही मादा चीता आशा को आखिरकार कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) के क्षेत्र में वापस लाया जा चुका है. मादा चीता आशा को ट्रेंकुलाइज कर कूनो नेशनल पार्क क्षेत्र के पालपुर जंगल में छोड़ा गया है. मानसून की दस्तक से पहले कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में रह रहे छह चीतों को भी खुले जंगल में छोड़ा जाना है.
आपको बता दें कि कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में रह रही मादा चीता आशा 19 मई को कूनो से बाहर निकल गई थी.इस दौरान आशा पांच दिन तक मोरावन-टिकटोली के बीच रही. इसके बाद आशा 25 मई को वापस शिवपुरी जिले में आ गई थी. इसके बाद मादा वह अशोकनगर बार्डर तक पहुंची. वहां से कूनो नेशनल पार्क का अमला मादा चीता आशा को ट्रैंकुलाइज कर लाया. उसे पालपुर के जंगल में छोड़ा गया है.
जंगल में 200 किमी तक घूमी
बता दें 19 मई से कूनो नेशनल पार्क के क्षेत्र से बाहर घूम रही आशा ने इस दौरान पूरे 200 किलोमीटर का जंगल नाप दिया है. कूनो क्षेत्र से बाहर घूम रही आशा की चिंता में कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन खासा परेशान था. मादा चीता पर की निगरानी करना भी कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के लिए खासी मुसीबतों का सबब बन रहा था, हालांकि जैसे-तैसे अब मादा चीता आशा वापस कूनो क्षेत्र में आ गई है. बता दें इससे पहले नर चीता पवन भी कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन क्षेत्र से बाहर चला गया था. नर चीता पवन तो यूपी की बार्डर तक पहुंच गया था.
छह चीते और बढ़ाएंगे परेशानी
बता दें मानसून की दस्तक से पहले कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में रह रहे छह चीतों को भी खुले जंगल में छोड़ा जाना है. ऐसे में प्रबंधन चिंता में है कि अगर खुले जंगल में चीतों की संख्या बढ़ेगी तो वे भी पार्क से बाहर निकलेंगे. ऐसे में उन्हें बार-बार कैसे ट्रैंकुलाइज कर वापस लाना मुश्किल होगा. कूनो श्योपुर के डीएफओ पीके वर्मा का कहना है कि मादा चीता आशा को रेस्क्यू कर वापस कूनो नेशनल पार्क क्षेत्र में लाया गया है. उसे पालपुर के जंगल में छोड़ दिया गया है.
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