FIFA World Cup 2022 Final: फीफा वर्ल्ड कप जीत कर अर्जेंटीना (Argentina) की टीम दुनिया के फुटबाल प्रेमियों में छा गई है. आज हर कोई लियोनेल मेसी (Lionel Messi) के जादू से मंत्रमुग्ध है. फाइनल मुक़ाबले में कमाल की हैट्रिक की भी चर्चा हो रही है, लेकिन एक और खिलाड़ी एंजेल ड‍ि मारिया (Ángel Di María) को भी अर्जेंटीना की जीत का श्रेय मिलना चाहिए. फाइनल मैच में अवसर मिलने तक एंजेल ड‍ि मारिया ने शानदार खेल खेला. उन्होंने दूसरा गोल किया, दूसरे की सहायता की और जब से रिप्लेस किए गए तो उनकी टीम गहरी मुसीबत में पड़ गई. उनके फाइनल में शानदार प्रदर्शन को मेसी की चमक के बावजूद इतिहास याद रखेगा.


अंडररेटेड खिलाड़ी एंजेल ड‍ि मारिया को अर्जेंटीना रखेगा याद


जबलपुर के स्वतंत्र खेल एवं कला समीक्षक पंकज स्वामी बड़े विस्तार से अंडररेटेड खिलाड़ी एंजेल ड‍ि मारिया की परफॉर्मेंस का विश्लेषण करते हैं. उनका कहना है कि मारिया हमेशा अन्य बड़े नामों के तले दबे रहे. एक अंडररेटेड ख‍िलाड़ी विश्व कप फुटबॉल के ऐति‍हासिक फाइनल में अपनी टीम के लिए बड़ी ताकत और योगदानकर्ता थे. हालांकि उन्हें हमेशा से एक बहुत तेज, मजबूत, चालाक और प्रतिभाशाली विंगर माना जाता है, जो सेंट्रल अटेकिंग, मिडफील्डर या मैदान के किसी भी हिस्से में खेलने में सक्षम है.


बकौल स्वामी मारिया मुख्य रूप से बाएं पैर से खेलने वाला ख‍िलाड़ी है, लेकिन उन्हें फाइनल मुकाबले में सेंट्रल मिडफील्डर के रूप में तैनात किया गया था. मारिया एक अत्यध‍िक तकनीक वाले ऐसे ख‍िलाड़ी हैं जिसके पास उत्कृष्ट ड्र‍िब्ल‍िंग कौशल और बॉल पर अद्भुत नियंत्रण है. उनके पास अद्भुत गति, स्टेमिना, मूवमेंट और त्वरित वेग (Acceleration) जैसी विशेषताएं हैं, जिसकी बदौलत आमने-सामने की स्थि‍त‍ियों में ख‍िलाड़‍ियों को चकमा दे देते हैं. उनके पास विज़न, सेट पीस ड‍िलीवरी, पॉस‍िंग और क्रॉसिंग क्षमता है, जो उन्हें प्ले मेकर और मूव्ह बनाने में सहायता देने में प्रभावी बनाती है. समीक्षक पंकज स्वामी कहते हैं कि हालांकि, मारिया स्वयं गोल करने में सक्षम हैं और सटीक फ्री किक के मास्टर हैं.


फाइनल मैच का पहला मैदानी गोल कर जीता प्रशंसकों का दिल


ड‍ि मारिया शारीरिक रूप से उतने प्रभावशाली नहीं है लेकिन इसके बावजूद मेहनती ख‍िलाड़ी हैं. टीम मैनेजर जोस मोर‍िन्हो के संरक्षण में उन्होंने अपने रक्षात्मक पहलू को सुधारा है. क्षमताओं के बावजूद मारिया अपने कैरियर में अक्सर चोटों से जूझते रहे हैं. अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के प्रशंसक भी मानते है कि फाइनल मैच का पहला मैदानी गोल करके मारिया ने सबका दिल जीत लिया था. जबलपुर के 22 वर्षीय फुटबॉलर रोशन ग्रेगरी कहते हैं कि मारिया का गोल सचमुच में कलात्मक था जो सालों साल याद किया जाएगा. 


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